India vs South Africa: केएल राहुल टेस्ट टीम की कप्तानी संभालने के लिए तैयार, कह दी ऐसी बात
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में केएल राहुल से जब कप्तानी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, मैं कप्तानी संभालने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं.
विराट कोहली (virat kohli) के अचानक कप्तानी छोड़ने के बाद भारतीय टेस्ट टीम में नये कैप्टन की तलाश आरंभ हो गयी है. पूर्व क्रिकेटर लगातार अपनी-अपनी राय इस मसले पर रख रहे हैं. इधर टीम इंडिया के कार्यवाहक कप्तान केएल राहुल (kl rahul) ने भी टेस्ट टीम की कप्तानी को लेकर अपना पक्ष रख दिया है.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में केएल राहुल से जब कप्तानी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, मैं कप्तानी संभालने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं.
केएल राहुल ने कहा, अगर उन्हें टेस्ट का कप्तान चुना जाता है तो वह टीम को आगे ले जाने की अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेंगे. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय शृंखला के लिये कार्यवाहक कप्तान की भूमिका निभा रहे राहुल ने पहले वनडे की पूर्व संध्या पर कहा, देश की अगुवाई करना किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है और यह ऐसा है जिसे वह लंबे समय तक संजोकर रखेगा. मैं भी कोई अपवाद नहीं हूं.
उन्होंने कहा, यह रोमांचक होगा लेकिन मैं अभी वास्तव में इस बारे में नहीं सोच रहा हूं लेकिन यदि ऐसा होता है तो अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता से टीम और भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाने की कोशिश करूंगा. भारतीय टीम के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट शृंखला 1-2 से गंवाने के बाद विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी छोड़ दी थी.
कोहली के चोटिल होने पर राहुल ने ही जोहानिसबर्ग में दूसरे टेस्ट मैच में टीम की कमान संभाली थी. राहुल ने कहा कि जब तक उनके नाम पर चर्चा नहीं होने लगी थी तब तक उन्होंने इस पर खास ध्यान नहीं दिया था. उन्होंने कहा, मैंने तब तक इस पर विचार नहीं किया था जब तक कि मेरे नाम पर चर्चा होने लगी थी.
राहुल ने कहा, मुझे जोहानिसबर्ग में टीम की अगुवाई करने का मौका मिला और वह बेहद खास था. हमें वहां उस तरह के परिणाम की उम्मीद नहीं थी लेकिन सीखने के लिहाज से वह अच्छा अनुभव रहा जिस पर मुझे हमेशा गर्व रहेगा.
राहुल से जब कप्तानी में उनके खराब रिकार्ड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने पहले इस पर व्यंग्यात्मक अंदाज में टिप्पणी की. राहुल की कप्तानी में भारत ने एकमात्र टेस्ट गंवाया है जबकि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में उन्होंने जिन 27 मैचों में कप्तानी की उनमें से केवल 12 में उनकी टीम जीती. उन्होंने कहा, आंकड़ों के लिये आभार भाई। इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ेगा.
राहुल का मानना है कि जिंदगी के प्रत्येक पहलू में संतुलन बनाना आवश्यक है. उन्होंने कहा, मैं हर मैच को उसी तरह से लेता हूं और मैं उन लोगों में नहीं हूं जो बहुत चिंतित या बहुत खुश रहते हैं. मैं परिणामों के मामले में संतुलित बने रहने का प्रयास करता हूं. हमारे पास सेंचुरियन के बाद शृंखला जीतने का बेहतरीन मौका था.
राहुल ने कहा, भाग्य ने भी हमारा साथ नहीं दिया और हमने इससे काफी कुछ सीखा. उन्होंने कहा कि समय के साथ वह बेहतर होते जाएंगे. राहुल ने कहा, मैं कई दिग्गज कप्तानों के साथ खेला हूं जैसे विराट और अन्य. मैं जब देश के लिये अधिक मैचों में कप्तानी करूंगा तो इस अनुभव का उपयोग कर सकता हूं.
मैं इंसान हूं और मैं गलतियां करूंगा लेकिन इससे मैं अपने कार्य में बेहतर भी होता जाऊंगा. उन्होंने कहा, यही बात मेरे दिमाग में है. वनडे नयी शुरुआत है और यह मेरे लिये देश की कप्तानी करने का शानदार मौका है.