श्रीलंका को शनिवार को निर्णायक तीसरे टी20 मैच में हराने के लिये भारतीय तेज गेंदबाजों और शीर्षक्रम के बल्लेबाजों को पिछले मैच की हार से उबरकर बेहतर प्रदर्शन करना होगा. पहले मैच में आखिरी गेंद पर जीत दर्ज करने के बाद भारतीय टीम दूसरे मैच में 16 रन से हार गयी. युवा तेज गेंदबाजों का खराब प्रदर्शन हार का प्रमुख कारण रहा लेकिन उमरान मलिक और शिवम मावी को बखूबी पता है कि उन्हें इससे काफी कुछ सीखने को मिला है.
उमरान मलिक और मावी की खराब लाइन और लैंग्थ का श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने बखूबी फायदा उठाया. चोटों से उबरकर टीम में लौटे बायें हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने अपने दो ओवरों में पांच नो बॉल डाली. वह पहले ओवर में लगातार तीन बार क्रीज से बाहर रहे और टी20 में नो बॉल की हैट्रिक लगाने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने. पहले मैच में शानदार पदार्पण करने वाले मावी और अर्शदीप दोनों ने काफी नो बॉल फेंकी.
इस वजह से कप्तान हार्दिक पंड्या को स्पिनरों पर निर्भर रहना पड़ा. वैसे महज एक मैच में खराब प्रदर्शन की गाज युवाओं पर नहीं गिरेगी क्योंकि उन्हें अनुभव की जरूरत है. मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि युवा खिलाड़ियों के करियर में इस तरह के मैच आयेंगे और हमें उनके साथ संयम बरतना होगा. लेकिन हमें समझना होगा कि ऐसा प्रदर्शन नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि वे सीख रहे हैं. यह कठिन है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सीखना आसान नहीं होता. हमें संयम से काम लेना होगा.
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बल्लेबाजी में शीर्ष क्रम एक बार फिर अच्छी शुरूआत देने में नाकाम रहा. शुभमन गिल लगातार दूसरी बार असफल रहे और अब राहुल त्रिपाठी की तरह ही वह कोई मौका बर्बाद नहीं करना चाहेंगे. त्रिपाठी भी अपने पहले मैच में नहीं चल सके. आधी टीम 60 रन के भीतर पवेलियन लौट चुकी थी जिसके बाद अक्षर पटेल और सूर्यकुमार यादव ने उम्दा बल्लेबाजी की. अक्षर के रूप में भारत को रविंद्र जडेजा जैसा उपयोगी हरफनमौला मिल गया है. अपने कोर खिलाड़ियों को टीम और मौके देगी क्योंकि अब उसे विराट कोहली और रोहित शर्मा के दौर से इस प्रारूप में आगे निकलना है.
निर्णायक मैच में टीम में किसी बदलाव की संभावना कम है. कोच द्रविड़ कह ही चुके हैं कि बहुत ज्यादा बदलाव उन्हें पसंद नहीं है. एशिया कप चैंपियन श्रीलंका ने शानदार वापसी करके भारत के लिये खतरे की घंटी बजा दी है. उसे हालांकि मध्यक्रम से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी. राजकोट की पिच सपाट है और बल्लेबाजों की मददगार रहने की उम्मीद है. टॉस की भूमिका भी अहम होगी और दोनों कप्तान पहले गेंदबाजी करना पसंद करेंगे.
भारत : हार्दिक पंड्या (कप्तान), ईशान किशन, रुतुराज गायकवाड़, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, राहुल त्रिपाठी, संजू सैमसन, वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, हर्षल पटेल, उमरान मलिक, शिवम मावी और मुकेश कुमार.
श्रीलंका : दासुन शनाका (कप्तान), पाथुम निसंका, अविष्का फर्नांडो, सदीरा समरविक्रम, कुसाल मेंडिस, भानुका राजपक्षे, चरिथ असलंका, धनंजय डी सिल्वा, वानिंदु हसरंगा, एशेन बंडारा, महेश तीक्षणा, चमिका करुणारत्ने, दिलशान मदुशंका, कासुन राजिता, दुनिथ वेलालागे, प्रमोद मदुशान, लाहिरू कुमारा, नुवान तुषारा.