Loading election data...

Indian Cricket Sponsor: बीसीसीआई से करार खत्म करना चाहता है BYJU’s-MPL, जानिए क्या है वजह

Indian Cricket Sponsor: बायजूस और एमपीएल स्पोर्ट्स अब बीसीसीआई के साथ अपना करार खत्म करना चाहता है, लेकिन बोर्ड ने कंपनी से कम-से-कम मार्च 2023 तक करार जारी रखने को कहा है. BYJU's ने 2019 में ‘ओप्पो’ की जगह ली थी, जबकि MPL ने नवंबर 2020 में ‘नाइके’ की जगह ली थी.

By Agency | December 22, 2022 12:07 PM

Indian Cricket Sponsor: भारतीय क्रिकेट टीम के दो बड़े प्रायोजक ‘एडटेक मेजर बायजूस’ और एमपीएल स्पोर्ट्स BCCI के साथ अपने प्रायोजन करार खत्म करना चाहते हैं. जून में बायजूस ने करीब 3.50 करोड़ डॉलर में बोर्ड के साथ नवंबर 2023 तक अपना जर्सी प्रायोजन करार बढ़ाया था. बायजूस अब बीसीसीआई के साथ अपना करार खत्म करना चाहता है, लेकिन बोर्ड ने कंपनी से कम-से-कम मार्च 2023 तक करार जारी रखने को कहा है.

बीसीसीआई से करार खत्म करना चाहता है बायजूस

बीसीसीआई के इस मामले पर एक नोट के अनुसार, ‘बीसीसीआई को बायजूस से चार नवंबर 2022 को एक ईमेल मिला, जिसमें उसने हाल में समाप्त हुए टी20 वर्ल्ड कप के बाद अपना जुड़ाव खत्म करने का अनुरोध किया. बायजूस के साथ हमारी चर्चा के अनुसार हमने उन्हें मौजूदा व्यवस्था जारी रखने और इस भागीदारी को कम से कम 31 मार्च 2023 तक जारी रखने को कहा है.’ इस मामले की चर्चा बुधवार को हुई बीसीसीआई शीर्ष परिषद में की गयी. बायजूस ने 2019 में ‘ओप्पो’ की जगह ली थी.

बायजूस कतर में 2022 फीफा विश्व कप के प्रायोजकों में शामिल था. टीम किट और ‘मर्चेंडाइज’ प्रायोजक एमपीएल ने भी बीसीसीआइ को बताया कि वह अपने अधिकार केवल किरण क्लोदिंग लिमिटेड (केकेसीएल) को देना चाहता है. उसका मौजूदा अनुबंध 31 दिसंबर 2023 तक वैध है. एमपीएल ने नवंबर 2020 में ‘नाइके’ की जगह ली थी.

Also Read: IND vs BAN: पहले टेस्ट के हीरो कुलदीप यादव प्लेइंग XI से बाहर, जयदेव उनादकट की 12 साल बाद टेस्ट में वापसी
MPL भी किट प्रायोजक से हटने को तैयार

इस नोट के अनुसार, ‘बीसीसीआई को MPL स्पोर्ट्स से दो दिसंबर 2022 को ईमेल मिला था, जिसमें उसने अपना करार (टीम और मर्चेंडाइज) पूरी तरह से एक दिसंबर 2023 से 31 दिसंबर 2023 तक ‘केवल किरण क्लोदिंग लिमिटेड (एक फैशन ब्रांड) को देने की मांग की है. इसके मुताबिक, ‘हमने MPL स्पोर्ट्स से 31 मार्च 2023 तक जुड़ाव जारी रखने को कहा है या फिर आंशिक करार देने को कहा है जिसमें केवल दायीं छाती पर लगा ‘लोगो’ शामिल हो, लेकिन किट बनाने का करार शामिल नहीं हो.’

इस साल के शुरू में पेटीएम ने भारतीय क्रिकेट के घरेलू सत्र के अपने ‘टाइटल’ प्रायोजन करार ‘मास्टरकार्ड’ को दिये थे. केंद्रीय अनुबंध पर फैसला चयन पैनल के गठन के बाद ही किया जायेगा. बीसीसीआई ने आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप के बाद चेतन शर्मा की अगुआई वाले पैनल को बर्खास्त कर दिया था.

Next Article

Exit mobile version