Asian Games 2023 में गोल्ड मेडल जीतेगी भारतीय महिला क्रिकेट टीम, राजेश्वरी गायकवाड़ को है भरोसा
एशियन गेम्स 2023 के लिए भारत ने काफी मजबूत महिला टीम का ऐलान किया है. वहीं, भारत की स्टार स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ को गोल्ड मेडल जीतने का पूरा भरोसा है. वर्ल्ड रैंकिंग की वजह से भारत को सीधे क्वार्टरफाइनल में प्रवेश मिला है. उसे ग्रुप स्टेज के मैच नहीं खेलने पड़ेंगे.
टीम इंडिया की बाएं हाथ की स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ को लगता है कि राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक से चूकने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम अगले महीने चीन के हांगझोउ में होने वाले एशियाई खेलों में शानदार प्रदर्शन करेगी.
पिछले साल भारतीय टीम बर्मिंघम में महिला क्रिकेट के राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण में स्वर्ण पदक जीतने से चूक गयी थी, उसे फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार मिली थी. हाल के वर्षों में टीम को बड़े टूर्नामेंट के तीन फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है.
भारतीय महिला टीम ने आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) की टी20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग के आधार पर सीधे एशियाई खेलों के क्वार्टरफाइनल के लिए क्वालीफाई किया. गायकवाड़ ने पीटीआई को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘निश्चित रूप से, हम एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतेंगे.’
राजेश्वरी ने कहा, ‘हम सभी बड़ी प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ खेल चुके हैं, लेकिन हम उसके बारे में सोचते नहीं रह सकते, हमें अपनी टीम पर भरोसा है, हम स्वर्ण पदक जीत सकते हैं.’ गायकवाड़ भारत के पिछले दौरे (बांग्लादेश के खिलाफ) पर टीम का हिस्सा नहीं थी.
उसमे टीम ने टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला 2-1 से जीती जबकि वनडे श्रृंखला 1-1 से बराबर रही. गायकवाड़ ने कहा, ‘मैं बांग्लादेश दौरे के दौरान रिहैबिलिटेशन में थी और आराम कर रही थी। ऐसा नहीं था कि मुझे टीम से बाहर किया गया था.’
भारत के लिए दो टेस्ट, 64 वनडे और 55 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुकी यह स्पिनर इस समय महिला प्रीमियर लीग की टीम यूपी वारियर्स के भारतीय खिलाड़ियों के लिये लगे सत्र से इतर के शिविर में व्यस्त हैं.
राजेश्वरी ने कहा , ‘हमने शिविर में काफी अच्छा काम किया है। हमें किसी विशेष विभाग पर काम करने की जरूरत नहीं है लेकिन उन विभागों में सुधार कर सकते हैं जिसमें हम बेहतर कर सकते थे और हमारा ध्यान सिर्फ इसी पर लगा है.’ हमारा ध्यान सभी विभागों में सुधार करने पर है, जिसमें क्षेत्ररक्षण, बल्लेबाजी और गेंदबाजी शामिल हैं. विशेषकर बल्लेबाजों ने अपने स्ट्रोक्स पर काम करने की कोशिश की है.’