भारतीय महिला टीम ने इतिहास रच दिया है. टीम ने इंग्लैंड को एक मात्र टेस्ट मैच में चौथे ही दिन 347 रनों से हरा दिया है. महिला टेस्ट इतिहास में रनों के मामले में यह सबसे बड़ी जीत है. पिछली सर्वश्रेष्ठ जीत 1998 में कोलंबो में श्रीलंका की पाकिस्तान पर 309 रन की जीत थी.
यह घरेलू मैदान पर इंग्लैंड पर भारतीय महिला टीम की पहली टेस्ट जीत भी है. दीप्ति शर्मा ने मैच में 9 विकेट लेकर तहलका मचा दिया. भारत ने पहली पारी में 428 रन बनाए थे, जिसमें दीप्ति शर्मा का बड़ा योगदान था.
उन्होंने 113 गेंद पर 67 रन जोड़े थे. गेंदबाजी में भी उन्होंने कमाल दिखाया और मेहमान टीम के पांच विकेट चटकाए. दीप्ति शर्मा ने दूसरी पारी में 4/32 के आंकड़े के साथ एक बार फिर इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशानी में डाल दिया.
वह महान झूलन गोस्वामी के बाद 10 विकेट लेने वाली दूसरी भारतीय महिला क्रिकेटर बनने से केवल एक विकेट से चूक गईं. इस प्रदर्शन के बाद दीप्ति ने कहा कि हरमनप्रीत कौर की सलाह काम आई. उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र में गेंदबाजी करो और टर्न से तुम्हें मदद मिलेगी. मैं बस उसी सलाह पर गेंदबाजी करती रही और विकेट मिलते गए.
टेस्ट मैच के तीसरे दिन इंग्लैंड की टीम 27.3 ओवर में 131 रन पर आउट हो गई. भारत ने तीसरे दिन के पहले सत्र में इंग्लैंड के सभी 10 विकेट चटकाए. हीथर नाइट की अगुवाई वाली टीम पूरे मैच में केवल 63 ओवर तक ही टिक पाई.
पहली पारी में वे सिर्फ 35.3 ओवर में 136 रन पर आउट हो गए. भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने रात के 186/6 के स्कोर पर पारी घोषित कर इंग्लैंड को 479 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया.
पहली पारी की तुलना में इंग्लैंड की शुरुआत बेहतर रही और सलामी बल्लेबाज टैमी ब्यूमोंट और सोफिया डंकले, रेणुका सिंह और स्नेह राणा के सामने मजबूत नजर आईं. लेकिन यह जोड़ी उस वक्त टूट गई, जब रेनुका ने एक ऐसी गेंद फेंकी जो ऑफ पर पिच हुई और थोड़ी सी सीधी हुई. इस गेंद ने ब्यूमोंट का ऑफ स्टंप उड़ा दिया.
फिर पूजा वस्त्राकर ने अपने पहले ओवर में दो विकेट चटकाए. वस्त्राकर ने डंकले को गली में कैच कराया और फिर एक खूबसूरत इन स्विंगर गेंद फेंककर नेट साइवर ब्रंट के ऑफ स्टंप को उड़ा दिया. इंग्लैंड की कप्तान नाइट और डैनी व्याट के बीच एक छोटी सी साझेदारी हुई. इस जोड़ी को भी वस्त्राकर ने ही तोड़ा.
उसके बाद सभी की निगाहें दीप्ति शर्मा पर थी. ऑफ स्पिनर ने बाएं हाथ की स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ के साथ मिलकर इंग्लैंड की नाक में दम कर दिया. दोनों पारियों में दीप्ति ने 9 विकेट चटकाए.