INDW vs PAKW: रविवार को महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भारत का मुकाबला पाकिस्तान से होने वाला है. भारत को इस मैच में हर हाल में जीतना होगा, तभी टीम इंडिया ग्रुप चरण से आगे बढ़ पाएगी. भारत ने अपना पहला मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ गंवा दिया है, जबकि पाकिस्तान अपने पहले मैच में जीत के साथ अंक तालिका में दूसरे नंबर पर काबिज है. पाकिस्तान को उम्मीद है कि वह महिला टी20 विश्व कप में अपना विजयी अभियान जारी रखेगा. वह दुबई में भारत के साथ कड़े मुकाबले के लिए तैयार है.
पाकिस्तान ने श्रीलंका को 31 रनों से हराया
पाकिस्तानी टीम की कप्तान फातिमा सना ने अपने शुरुआती ग्रुप ए गेम में श्रीलंका पर 31 रन की जीत के लिए अपनी टीम का मार्गदर्शन किया और अब वह रविवार को भारतीय टीम के खिलाफ लगातार जीत दर्ज करना चाहेंगी. फातिमा ने आईसीसी से कहा कि भारत के खिलाफ मैच को लेकर ऐसा कोई दबाव नहीं है. लेकिन वहां भीड़ होगी और माहौल ऐसा होगा कि लड़कियों पर थोड़ा दबाव होगा. उन्होंने कहा कि लेकिन हम शांत रहने की कोशिश करेंगे और ज्यादा दबाव नहीं लेंगे. जब हम दबाव लेते हैं, तो यह हमारे पक्ष में नहीं जाता है.
पहली बार भारत के खिलाफ कप्तानी करेंगी फातिमा
फातिमा ने कहा कि हम शांत रहने की कोशिश करेंगे और स्थिति को यथासंभव संभालेंगे. महज 22 साल की उम्र में फातिमा पहली बार विश्व कप में पाकिस्तान की अगुआई कर रही हैं और टूर्नामेंट के सबसे प्रतीक्षित मैचों में से एक में भारत के खिलाफ वह पहली बार टीम की अगुआई करते दिखेंगी. उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 20 गेंदों पर 30 रन बनाकर पाकिस्तान को 116 रन तक पहुंचाया. तेज गेंदबाज डायना बेग के चोटिल होने के बाद ऑलराउंडर को खुद को जल्दी गेंदबाजी के लिए लाना पड़ा.
पाकिस्तान को पावर हिटिंग पर भरोसा
डायना बेग के रविवार को होने वाले मैच के लिए फिट होने की उम्मीद है. फातिमा दुनिया को यह दिखाने के लिए उत्सुक हैं कि पाकिस्तान ने अपनी बल्लेबाजी में किस तरह तरक्की की है. उन्होंने कहा, ‘अगर आप दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछली सीरीज को देखें, तो हमारी कई लड़कियों ने पावर हिटिंग में सुधार किया है. उस सीरीज में हमारी टीम ने एक मैच में छह छक्के लगाए. उसके बाद, हमने आठ छक्के लगाए. यह अच्छी बात है कि सभी लड़कियां आश्वस्त हैं.’
भारत की है यह तैयारी
दूसरी ओर, भारत की गेंदबाजी कोच आविष्कार साल्वी का मानना है कि न्यूजीलैंड से हार पहले ही पीछे छूट चुकी है और दृष्टिकोण में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. शुक्रवार को जो भी हुआ, रविवार हमारे लिए एक नया अवसर है. उन्होंने कहा कि लड़कियां इस प्रक्रिया से गुजरी हैं, वे कठिन दौर से गुजरी हैं, वे पहले भी इससे गुजरी हैं. हम उन्हें केवल इतना कहते हैं कि मजबूत रहें, एकजुट रहें और अपनी क्षमताओं पर विश्वास करें, अपनी योजनाओं पर विश्वास करें और फिर से उसी पर लग जाएं.