बीसीसीआई ने शुक्रवार को कोविड-19 महामारी के दबाव में झुकते हुए 29 मार्च से शुरू होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2020) को 15 अप्रैल तक निलंबित कर दिया. इसके बाद क्रिकेट फैंस के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या यदि कोरोना का संक्रमण अगले दो से तीन महीने तक जारी रहा तो आइपीएल को रद्द कर दिया जाएगा ? तो आइए आपको बताते हैं यदि टूर्नामेंट रद्द होता है तो कितने का नुकसान होगा और इससे जुड़े लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा.
यदि आइपीएल रद्द हो जाता है तो फैंचाइजियों और ब्रॉडकास्टरों को 3500 करोड़ का नुकसान होगा. यही नहीं फैंचाइजियों ने जिन 600 लोगों को नौकरी पर रखा है, उनपर भी तलवार लटकी हुई है. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने शनिवार को इस बाबत खबर छापी है. अखबार ने एक फ्रैंचाइजी अधिकारी के हवाले से खबर दी है कि कोरोना के खतरे को देखते हुए टूर्नामेंट को टाल देना चाहिए. आज होने वाली बैठक में कुछ अहम बातें सामने आने की उम्मीद है.
अखबार ने एक पदाधिकारी के हवाले से खबर दी है कि टूर्नामेंट के रद्द हो जाने से 3000 से 3500 करोड़ तक का नुकसान हो सकता है. सभी फैंचाइजियों को बोर्ड से प्रसारण रेवेन्यू के तौर पर 100 करोड़ मिलते हैं. यही नहीं उन्हें सेंट्रल स्पॉन्सरशिप में शेयर भी मिलते हैं. उड़ानों और होटलों की लागत 50 करोड़ है. आइपीएल के रद्द होने से ये सब प्रभावित होंगे. इसके साथ ही अखबार ने छापा है कि इन आठों फैंचाइजियों ने 600 लोगों को नौकरी पर रखा है. यदि खेल रद्द होता है तो इनकी नौकरी पर भी गाज गिरेगी.
अगर यह 15 अप्रैल से भी शुरू होता है, तो इसको दर्शकों के बिना के खाली स्टेडियम में कराये जाने की उम्मीद है. भारत में अब तक कोरोना वायरस से पीड़ित 80 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. कर्नाटक और राजधानी दिल्ली में इस बीमारी से दो लोगों की मौत हो चुकी है. दुनिया भर में इससे 5000 के करीब लोगों की मौत हो गयी है. बीसीसीआइ इस साल के चरण के लिए शनिवार को मुंबई में होने वाली आइपीएल संचालन परिषद की बैठक में तमाम गतिविधियों पर चर्चा करेगा.
बीसीसीआइ सचिव जय शाह ने अपने बयान में कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआइ) ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण उत्पन्न हुए हालात के खिलाफ ऐहतियाती कदम के तहत आइपीएल 2020 को 15 अप्रैल 2020 तक निलंबित करने का फैसला किया है. बीसीसीआइ अपने सभी शेयरधारकों और आम लोगों के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित और संवेदनशील है और प्रशंसकों सहित आइपीएल से जुड़े सभी लोगों के लिये सुरक्षित क्रिकेटिया अनुभव सुनिश्चित करने को सभी जरूरी कदम उठा रहा है. बोर्ड ने कहा कि स्थिति से निपटने के लिए वह केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करेगा.