IPL 2025: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के मेगा नीलामी की तिथि नजदीक आ रही है. बीसीसीआई (BCCI) ने सभी 10 फ्रेंचाइजी को 6-6 खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमती दी है. इसके बाद खिलाड़ियों के भाग्य का फैसला मेगा नीलामी में होगा. इस नीलामी में कई कैप्ड और अनकैप्ड खिलाड़ियों पर कई फ्रेंचाइजी बोली लगाने के लिए तैयार है. फ्रेंचाइजियों ने लगभग अपनी टीम तैयार कर रखी होगी और वह उन्हीं खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल करने के लिए उन पर नीलामी में बोली लगाएंगी. इस नीलामी में देश विदेश के खिलाड़ी शामिल होते हैं. कई विदेशी खिलाड़ियों ने कई बार नीलामी में खरीदे जाने के बाद खेलने से इनकार कर दिया है. ऐसे में बीसीसीआई उनसे सख्ती से निपटने की तैयारी में है.
IPL 2025: कई खिलाड़ियों पर है बीसीसीआई की नजर
ऐसा देखा गया है कि दुनिया की सबसे बड़ी लीग की नीलामी में चुने जाने के बाद कई विदेशी खिलाड़ी थकान या कुछ और अनुचित कारणों से लीग को छोड़ने का फैसला करते हैं. ऐसे खिलाड़ियों पर नकेल कसने के लिए बीसीसीआई एक नया नियम लागू करने वाला है. समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अपने देश के खिलाड़ियों के साथ विदेशी खिलाड़ियों के लिए भी विशेष नियम रहेगा. बीसीसीआई ऐसे खिलाड़ियों को आईपीएल में दो साल के बैन करने की तैयारी कर रहा है. जो खिलाड़ी नीलामी में चुने जाने के बाद भी लीग से बाहर होते हैं, उन्हें दो साल के बैन से गुजरना होगा.
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IPL 2025: इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी छोड़ते हैं लीग
कुछ चुनिंदा इंग्लिश और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी अकसर थकान और अन्य प्राथमिकताओं का हवाला देते हुए नीलामी में चुने जाने के बाद कई बार अपनी फ्रेंचाइजी को छोड़ देते हैं. बीसीसीआई इस तरह नीलामी में चुने जाने के बाद हटने वाले किसी भी खिलाड़ी पर दो साल का प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहा है. किसी भी विदेशी खिलाड़ी को नीलामी के लिए पंजीकरण कराना होगा. यदि विदेशी खिलाड़ी पंजीकरण नहीं कराता है तो वह अगले वर्ष की खिलाड़ी नीलामी में पंजीकरण के लिए अयोग्य हो जाएगा.
IPL 2025: भारतीय खिलाड़ी भी बदल सकते हैं पाला
इसमें कहा गया, कोई भी खिलाड़ी जो नीलामी में पंजीकरण कराता है और नीलामी में चुने जाने के बाद सत्र की शुरुआत से पहले खुद को अनुपलब्ध कर देता है तो उसे दो सत्र के लिए टूर्नामेंट और नीलामी में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. ऐसे खिलाड़ियों के रिटेंशन पर भी तलवार लटक सकती है. आईपीएल की लोकप्रियता को देखते हुए बीसीसीआई यह सुनिश्चित करना चाहता है कि फैंस जिस खिलाड़ी को इस लीग में खेलते देखना चाहते हैं, उन्हें खेलना चाहिए. इस बार कई भारतीय खिलाड़ियों की टीमों में भी बदलाव की संभावना है.