नयी दिल्ली : आईपीएल 2020 (IPL 2020) के 21वें मैच में बुधवार को चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच रोमांचक मुकाबला खेला गया. जिसमें केकेआर की टीम ने आईपीएल की सबसे मजबूत टीम मानी जा रही चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) को 10 रन से हराकर बड़ा उलटफेर कर दिया. इस मुकाबले के बाद जहां केकेआर की टीम 5 में 3 मैच जीतकर मजबूत नजर आ रही है, वहीं दूसरी ओर 6 मैच में 2 जीत और 4 हार के बाद चेन्नई सुपर किंग्स की टीम टूर्नामेंट में फंसती नजर आ रही है.
महेंद्र सिंह धौनी की अगुआई वाली टीम को टूर्नामेंट शुरू होने से पहले काफी मजबूत मानी जा रही थी. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद धौनी आईपीएल पर पूरी तरह से अपने को फोकस भी कर लिया है, लेकिन इसके बावजूद टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है. बुधवार को केकेआर की टीम ने चेन्नई को हर मोर्चे पर पछाड़ दिया. कप्तानी में भी दिनेश कार्तिक, धौनी पर भारी पड़ते नजर आये. कार्तिक ने जिस तरह से ऑउट ऑफ फॉर्म चल रहे सुनील नारायण का उपयोग किया, उसे देखकर सभी उनकी तारीफ कर रहे हैं.
महेंद्र सिंह धौनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपर किंग्स की राह टूर्नामेंट में आसान नहीं है. आईपीएल 2020 में भाग ले रही सभी 8 टीमें 14-14 मैच खेलेंगी. हर टीम को एक दूसरे से दो-दो मैच खेलने हैं. टूर्नामेंट में धौनी की टीम अब तक सबसे अधिक 6 मैच खेल चुकी है, जिसमें उसे 4 मैचों में करारी हार का सामना करना पड़ा है. धौनी की टीम आगे 8 मैच और खेलेगी, जिसमें अंतिम चार पर पहुंचने के लिए कम से कम 6 मैच हर हाल में जीतने होंगे. इसके अलावा चेन्नई सुपर किंग्स को दूसरी टीम के प्रदर्शन पर भी निर्भर रहना पड़ेगा. चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का प्रदर्शन अभी जैसा है उसे देखते हुए यही लगता है कि आगे की राह धौनी सेना के लिए आसान नहीं है.
हालांकि आईपीएल में तीन बार खिताब जीत चुकी धौनी की टीम को पलटवार करने के लिए जाना जाता है. 2010 में भी धौनी की टीम का हाल कुछ ऐसा ही था. शुरुआती कुछ मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन बाद धौनी की टीम न केवल शानदार वापसी की, बल्कि मुंबई इंडियंस को हराकर ट्रॉफी भी जीती. 2010 के सीजन में धौनी ने अपनी टीम को अपने दम पर चैंपियन बनाया था.
चेन्नई सुपर किंग्स में अनुभव की कमी नहीं है, लेकिन अगर अगर प्रदर्शन की बात करें, तो अब पहले वाली टीम जैसी बात मौजूदा टीम में नहीं रही है. टीम में अधिकांश खिलाड़ी उम्रदराज हो चुके हैं. इसको देखते हुए चेन्नई सुपर किंग्स को बूढ़ों की फौज भी कहा जा रहा है. हालांकि केकेआर के खिलाफ धौनी ने जिस तरह से विकेट के पीछे कैच लपका, यह कहना जायज नहीं होगा कि अब धौनी और उनकी टीम में दम नहीं रहा.
Posted By – Arbind Kumar Mishra