Dhoni capaincy : आईपीएल 2020 के चौथे मुकाबले में राजस्थान के हाथों चेन्नई सुपर किंग्स की करारी हार के बाद एक बार फिर महेंद्र सिंह धौनी आलोचकों के निशाने पर आ गये हैं. अपनी करिश्माई कप्तानी के लिए मशहूर एमएस धौनी को इस बार न केवल उनकी बल्लेबाजी को लेकर ट्रोल किया जा रहा है, बल्कि उनकी कप्तानी पर भी सवाल उठाये जा रहे हैं.
टीम इंडिया के पूर्व तूफानी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने राजस्थान के खिलाफ धौनी की कप्तानी की खूब आलोचना की है. बल्कि धौनी की कप्तानी को 10 में से केवल 4 अंक दिये. सहवाग ने कप्तानी के साथ-साथ उनकी बल्लेबाजी की भी आलोचना की. सहवाग ने राजस्थान के खिलाफ धौनी की शुरुआत में धीमी बल्लेबाजी को लेकर कहा, धौनी ने अंतिम ओवर में तीन छक्के लगाये, इससे लगा कि चेन्नई सुपर किंग्स टारगेट के करीब पहुंच गयी है, लेकिन सच यह नहीं है, मिडिल ओवरों में जिस तरह धौनी डॉट बॉल खेल रहे थे, उससे लग रहा था कि वह टारगेट तक पहुंचने की कोशिश ही नहीं कर रहे हैं.
सहवाग ने धौनी के 7वें नंबर पर बल्लेबाजी को भी गलत बताया. उन्होंने कहा, धौनी को ऊपर आना चाहिए था. रविंद्र जडेजा और सैम कुरेन ने रन रेट धीमी कर दी. अगर धौनी ऊपर आते तो आखिरी ओवर में 20-22 रन की जरूरत नहीं पड़ती. सहवाग ने धौनी की हैट्रिक छक्के पर कहा, धौनी के तीन छक्के देखकर लोगों के मुंह से वाऊ जरूर निकला होगा, लेकिन चेन्नई मैच हार चुका था.
सहवाग से पहले टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी धौनी की जमकर आलोचना की थी. गंभीर ने कहा , ईमानदारी से कहूं तो मैं हैरान था. एम एस धौनी सातवें नंबर पर. रितुराज गायकवाड़ और सैम कुरेन उनसे पहले. इसका क्या मतलब था. आपको तो मोर्चे से अगुवाई करनी चाहिये. उन्होंने कहा , इससे मोर्चे से अगुवाई करना नहीं कहते. 217 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सातवें नंबर पर बल्लेबाजी. फाफ अकेले किला लड़ाता रहा.
उन्होंने कहा , किसी और ने यह किया होता तो काफी आलोचना होगी, लेकिन चूंकि वह धौनी हैं तो लोग इस बारे में बात भी नहीं कर रहे. भारत के लिये 2003 से 2016 के बीच 58 टेस्ट और 147 वनडे खेल चुके गंभीर ने कहा , जल्दी आउट होने में कोई बुराई नहीं है लेकिन कम से कम टीम को प्रेरित तो करना चाहिये.
गौरतलब है कि आईपीएल के चौथे मैच में राजस्थान की टीम ने चेन्नई सुपर किंग्स को 16 रन से हराया था. हाई स्कोरिंग मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 216 रनों का स्कोर खड़ा किया था, जिसके जवाब में चेन्नई की टीम 20 ओवर में केवल 200 रन ही बना पायी.
Posted By – Arbind Kumar Mishra