Rajat Patidar Marriage: रजत पाटीदार की 9 मई को होने वाली थी शादी, आईपीएल की वजह से टली
Rajat Patidar put his marriage on hold रजत के पिता मनोहर पाटीदार ने इंदौर में बृहस्पतिवार को बताया, रजत की शादी रतलाम की एक युवती से 9 मई को होनी थी और इसके लिए हमने इंदौर में एक होटल भी बुक कर लिया था. लेकिन आईपीएल में खेलने के लिए उसे आरसीबी से आए बुलावे के बाद शादी की तारीख आगे बढ़ा दी गई.
धाकड़ बल्लेबाज रजत पाटीदार (Rajat Patidar ) को अगर आईपीएल (IPL 2022) के लिए रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) का बुलावा नहीं आया होता, तो वह 9 मई को शादी के बंधन में बंध चुके होते. लेकिन इस टी20 लीग में खुद को साबित करने का सुनहरा अवसर मिलते ही उन्होंने अपनी शादी स्थगित करने में देर नहीं की.
पिता ने किया खुलासा, 9 मई को रतलाम की लड़की से होनी थी रजत की शादी
रजत के पिता मनोहर पाटीदार ने इंदौर में बृहस्पतिवार को बताया, रजत की शादी रतलाम की एक युवती से 9 मई को होनी थी और इसके लिए हमने इंदौर में एक होटल भी बुक कर लिया था. लेकिन आईपीएल में खेलने के लिए उसे आरसीबी से आए बुलावे के बाद शादी की तारीख आगे बढ़ा दी गई. पाटीदार ने बताया कि उनका परिवार रजत की शादी के लिए जुलाई के शुभ मुहूर्त देख रहा है, लेकिन बारिश के मौसम के कारण विवाह समारोह पहले के मुकाबले सीमित स्वरूप में आयोजित होना संभावित है.
रिप्लेसमेंट में आरसीबी में मिली एंट्री और रजत पाटीदार ने रच दिया इतिहास
गौरतलब है कि आईपीएल मेगा नीलामी में बिक नहीं सके रजत वैकल्पिक खिलाड़ी के रूप में बाद में आरसीबी का हिस्सा बने और उनकी बुधवार रात की 112 रनों की नाबाद पारी से वह सुर्खियों में आ गए हैं. दायें हाथ के 28 वर्षीय बल्लेबाज ने महज 54 गेंदों में 12 चौकों और सात छक्कों की मदद से यह स्कोर बनाया और इसकी बदौलत आरसीबी ने आईपीएल के एलिमिनेटर मुकाबले में लखनऊ सुपर जाएंट्स के खिलाफ अहम जीत हासिल की.
मोटरपंप का कारोबार करते हैं रजत के पिता
रजत के पिता मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर के व्यस्त महारानी रोड बाजार में मोटरपंप का कारोबार करते हैं. उन्होंने कहा, हमें उम्मीद थी कि रजत आईपीएल के एलिमिनेटर मुकाबले में 50 रन तो बना ही लेगा. लेकिन उसने शतक के साथ नाबाद पारी खेलकर हमें सुखद अचंभे में डाल दिया. पाटीदार ने बताया, रजत बचपन से ही क्रिकेट का दीवाना था और खेल के प्रति उसका गहरा रुझान देखकर हमने उसे लगातार प्रोत्साहित किया. उन्होंने बताया कि रजत केवल आठ साल की उम्र में इंदौर के एक क्रिकेट क्लब से जुड़ गए थे और 10 साल के होते-होते अपनी उम्र से बड़े लड़कों के साथ मैच खेलने लगे थे. पाटीदार ने बताया कि क्रिकेट की व्यस्तताओं के चलते रजत केवल 12वीं तक पढ़ सके.