राजस्थान बनाम हैदराबाद के बीच Super Over की भी बनी थी सूरत, जानिए क्या है इसका फॉर्मूला
क्रिकेट में लोगों को वनडे और टी20 के मुकाबले देखना काफी पसंद आता है. इन फॉर्मेट में कई ऐसे नियम हैं जो खेल का रोमांच दोगुना कर देते हैं. ऐसा ही एक नियम है सुपर ओवर जिसके बारे में आज हम आपको बताएंगे.
क्रिकेट का रोमांच सिर-चढ़कर पूरी दुनिया में बोलता है. इस खेल को लगभग हर आयु वर्ग के लोग काफी रोचकता से देखते हैं. भारत की बात करें तो यहां अन्य खेल के मुकाबले क्रिकेट का क्रेज एक अलग ही लेवल पर होता है. खासतौर पर लोगों को वनडे और टी20 के मुकाबले देखना काफी पसंद आता है. इन फॉर्मेट में कई ऐसे नियम हैं जो खेल का रोमांच दोगुना कर देते हैं. ऐसे में आज हम ऐसे ही एक नियम सुपर ओवर की बात करेंगे. जो लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में काफी पॉपुलर है.
क्या होता है सुपर ओवर
इंटरनेशनल क्रिकेट के टी20 और वनडे फॉर्मेट में जब दोनों टीमों का स्कोर बराबर हो जाता है और मैच टाई माना होता है. तब दोनों टीमों के बीच मैच का निर्णय निकालने के लिए एक-एक ओवर अतिरिक्त खेलने का अवसर दिया जाता है. इस अतिरिक्त ओवर को ही ‘सुपर ओवर’ कहा जाता है. इस ओवर में दोनों टीम से तीन-तीन प्लेयर बैटिंग कर सकते हैं. वहीं इस अतिरिक्त दिए ओवर में जो टीम ज्यादा रन बनाती है उसे मैच का विजेता माना जाता है. हालांकि कुछ मुकाबले ऐसे भी हुए हैं जहां दोनों टीमों ने अतिरक्त ओवर में भी बराबर स्कोर किया है. ऐसी स्थिति में जी टीम पूरे मैच में अधिक चौके या छक्के लगाती है उसे विजेता घोषित कर दिया जा है.
राजस्थान और हैदराबाद मैच में सुपर ओवर का बना था चांस
रविवार को राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच रोमांचक मुकाबला खेला गया था. इस मैच में आखिरी गेंद पर सनराइजर्स को जीत मिली थी. इस मैच में सनराइजर्स को 1 गेंद पर 6 रनों की जरुरत थी तभी राजस्थान के गेंदबाज संदीप शर्मा से बड़ी गलती हुई और उनकी आखिरी गेंद नो बॉल चली गई. उनकी नो बॉल के बाद हैदराबाद को अब 5 रनों की जरुरत थी और आखिरी गेंद फ्री हिट थी. आखिरी गेंद पर बल्लेबाजी कर रहे अब्दुल समद ने संदीप की गेंद पर शानदार शॉट के जरिए छक्का लगाया और अपनी टीम को जीत दिलाई. हालांकि इस मुकाबले के दौरान सभी को यह लग रहा था कि मैच सुपर ओवर में जाएगा और तभी जाकर इसका निर्णय निकल सकेगा.