भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 जून को इंग्लैंड के द ओवल में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. इस खिताबी भिड़ंत के लिए टीम इंडिया के 15 खिलाड़ियों का चयन हो चुका है. इस टीम में एक बार फिर केएल राहुल और केएस भरत को मौका दिया गया है. इन दोनों खिलाड़ियों के चयन पर सोशल मीडिया पर लगातार बहस हो रही है. इन्हीं बातों के बीच भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री से महेंद्र सिंह धोनी को लेकर बड़ा बयान दिया है. दरअसल, शास्त्री से सवाल किया गया कि क्या वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में टीम इंडिया को महेंद्र सिंह धोनी की मार्गदर्शन की जरुरत है. इस सवाल पर ही शास्त्री ने शानदार जवाब दिया है.
भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने ईएसपीएनक्रिकइंफो पर महेंद्र सिंह धोनी के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में मार्गदर्शन वाले सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि ‘बिल्कुल हां, उसने बहुत सारे युवा विकेटकीपरों को दिखाया है कि किसी तरह से कीपिंग की जाए खासतौर पर आईपीएल के जरिए. वह कभी भी रिकॉर्ड या स्टैट्स के लिए नहीं खेलता है. जब उसने टेस्ट क्रिकेट को छोड़ने का मन बना लिया था तो कोई भी उनके फैसले को बदल नहीं सकता था.
शास्त्री ने आगे कहा कि ‘एक बार जब धोनी अपना मन बना लेता है तो उसे कोई नहीं रोक सकता है. वह एक से डेढ़ साल आसानी से टेस्ट क्रिकेट खेल सकता था. वह 100 टेस्ट खेलकर बड़ी क्राउड के सामने, इस फॉर्मेट को गुड बॉय कह सकता था. पर वह ऐसा नहीं चाहता था. उसने अपने अंदाज में अचानक हाथ खड़े कर लिए और संन्यास लिया और और नये प्लेयर को आने का मौका दिया’.
आपको बता दें कि भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान माने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने साल 2014 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था. वहीं उन्होंने साल 2020 इंटरनेशनल क्रिकेट से भी संन्यास का ऐलान कर दिया था.