वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले भारतीय टीम के कई खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. शिखर धवन, रुतुराज गायकवाड़, श्रेयस अय्यर और नवदीप सैनी (स्टैंडबाय खिलाड़ी) के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद घरेलू सीरीज में टीम के मुश्किलें बढ़ गयी हैं. बीसीसीआई ने एक बयान में बताया कि मयंक अग्रवाल को एकदिवसीय टीम में शामिल किया गया है.
मयंक अग्रवाल की मौजूदगी रोहित शर्मा के साथ सलामी जोड़ी की ओर इशारा कर रही है. मयंक अग्रवाल के शामिल होने से यह स्पष्ट हो जाता है कि टीम प्रबंधन ओपनर की भूमिका के लिए ईशान किशन को तवज्जो नहीं दे रहा है. लेकिन बीसीसीआई के पूर्व चयनकर्ता सबा करीम का मानना है कि ईशान किशन, रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग स्लॉट के लिए एकदम सटीक साबित होंगे.
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23 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज किशन एकदिवसीय दल का हिस्सा नहीं है, लेकिन टीम प्रबंधन ने कथित तौर पर उसे चीजों की योजना में रखा है. सबा करीम ने कहा कि आपके पास विकल्प नहीं बचे हैं और संक्रमित खिलाड़ियों के कारण आपका दस्ता बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. उसके कारण, मुझे लगता है कि हम एक नया दृष्टिकोण अपनाया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि यह सही संयोजन भी होगा क्योंकि अगर ईशान किशन ने रोहित शर्मा के साथ शुरुआत की तो उसका स्ट्राइक रेट हमेशा ऊंचा होता है, जिसका मतलब है कि वह पावरप्ले का फायदा उठा सकता है. भारत के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज ने शीर्ष पर दाएं हाथ और बाएं हाथ के शुरुआती संयोजन को भी रेखांकित किया, जिसमें दो खिलाड़ी अलग-अलग बल्लेबाजी दृष्टिकोण के साथ आते हैं.
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ईशान किशन ने अब तक सात मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. उन्होंने टी-20 इंटरनेशनल और एकदिवसीय मैचों में भी 130 से अधिक की स्ट्राइक रेट से रन बनाया है. करीम ने कहा कि यह रोहित शर्मा को व्यवस्थित होने के लिए और अधिक समय प्रदान करेगा क्योंकि वह एक ऐसा खिलाड़ी है जो लंबे समय तक खेल सकता है, जिससे भारत को भी फायदा होगा. किशन एक तरफ अधिक जोखिम लेता है जिसके कारण स्ट्राइक रेट बहुत अधिक होता है.
करीम ने कहा कि अगर ईशान किशन ओपन करते हैं और टीम के लिए अच्छी पारी खेलते हैं तो यह भारतीय टीम के लिए एक बहुत बड़ा वैल्यू एड होगा. इस कदम से हमें भारतीय टीम के व्हाइट-बॉल टेम्प्लेट में बदलाव लाने में मदद मिलेगी, जिसके बारे में हम अक्सर बात करते हैं. मुझे लगता है कि यह सही विकल्प है. मयंक अग्रवाल को इस समय टीम में बैकअप के रूप में रखा गया है. दूसरा कारण यह भी है कि विजय हजारे ट्रॉफी में ईशान किशन का ट्रैक रिकॉर्ड असाधारण है. उन्होंने कई बार और जब भी शतक लगाया है.