ईशांत शर्मा ने गाली दी पर बाद में उसे भी… फिर एमएस धोनी आये, पूर्व पाक क्रिकेटर ने याद किया 2012 का मैच
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर कामरान अकमल ने याद किया कि 2012 में भारत और पाकिस्तान के बीच एक मैच के दौरान उनके और ईशांत शर्मा के बीच अपशब्दों का आदान-प्रदान हुआ था. हालांकि महेंद्र सिंह धोनी ने बीच-बचाव कर मामले को शांत किया था. 2009 में गौतम गंभीर के साथ बहस को उन्होंने गलतफहमी करार दिया.
भारत और पाकिस्तान के कट्टर मुकाबले का फैंस को हमेशा इंतजार रहता है. दोनों देशों के बीच खराब संबंधों के बीच ये दोनों पक्ष केवल वैश्विक आयोजनों में ही एक दूसरे के खिलाफ खेलते दिखते हैं. पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर कामरान अकमल ने एक ऐसे ही पुराने मुकाबले को याद किया, जब पाकिस्तान और भारत आमने-सामने थे. उन्होंने 2012 के एशिया कप को याद किया जब भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा और उनके बीच गर्मागर्म बहस हुई थी.
गौतम गंभीर से नहीं हुई थी कोई बहस
कामरान अकमल से यूट्यूब चैनल ‘नादिर अली पोडकास्ट’ पर जब पूछा गया कि उनके और गौतम गंभीर के बीच 2009 के एपिसोड में क्या कुछ हुआ था. तब उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई बातचीत नहीं हुई थी और यह पूरी तरह से गलतफहमी थी. उन्होंने स्पष्ट किया कि गंभीर खुद से बात कर रहे थे, लेकिन उन्हें लगा कि यह उनकी ओर इशारा कर रहे हैं, जिसकी वजह से कुछ गलतफहमी हुई.
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खुद से बात कर रहे थे गौतम गंभीर
उन्होंने याद किया कि यह पूरी गलतफहमी थी. वह 2009 में एशिया कप का मैच था. सईद अजमल ने गेंदबाजी की थी, मेरी तरफ से कैच-बैक की अपील थी. इसे नॉट आउट दिया गया. गंभीर ने मजाकिया अंदाज में कुछ कहा, लेकिन भारत-पाकिस्तान मैचों को लेकर हो रही हाइप के कारण मैं गलतफहमी का शिकार हुआ. हालांकि, उन्होंने कोई अपशब्द नहीं कहा था. उन्होंने खुद से बात की थी, लेकिन मुझे लगा कि यह मेरी ओर इशारा कर रहे हैं.
कामरान और ईशांत शर्मा में हुई थी बहस
कामरान ने हालांकि याद किया कि 2012 में, जहां वह इशांत के साथ एक गर्मागर्म बहस में शामिल हो गये थे. उन्होंने अनुभवी भारत के तेज गेंदबाज को अपशब्दों का इस्तेमाल करने के लिए याद किया. जिस समय कप्तान एमएस धोनी के मामले को सुलझाया था. उन्होंने कहा कि ईशांत शर्मा ने गाली दी, लेकिन बाद में उसे भी बहुत पड़ी. टीम के कप्तान एमएस धोनी और सुरेश रैना ने आकर इसे सुलझाया. धोनी एक अच्छे इंसान हैं. शोएब मलिक और मोहम्मद हफीज काफी अच्छा खेल रहे थे इसलिए वह गुस्से में थे.