झारखंड का खस्सी टूर्नामेंट: गांवों के मैदान पर खेलते हैं विदेशी खिलाड़ी, फुटबॉल के लिए दिखती है गजब की दीवानगी
Jharkhand Khasi Tournament 2021: आज हर कोई क्रिकेट का दीवाना है़, लेकिन गांवों की गलियों में फुटबॉल का जुनून इस क्रिकेट से कम नहीं है.देर शाम तक फुटबॉल ग्राउंड पर दर्शकों का जोश दिखाई पड़ता है. नक्सल प्रभावित गांवों के मैदानों में भी हर शाम फुटबाॅल फैंस का हुजूम उमड़ता है.
Jharkhand Khasi Tournament : झारखंड की राजधानी रांची में कई दिनों तक क्रिकेट के उल्लास में डूबे रहे. 19 नवंबर को भारत-न्यूजीलैंड के टी-20 मुकाबले के दिन यह जोश चरम पर दिखा. जब टीम इंडिया ने कीवियों को हराकर सीरीज पर कब्जा जमाया और रांची की जमीं पर जीत की हैट्रिक लगायी, तो क्रिकेट फैंस खुशी से झूम उठे. लेकिन आज रांची में हम उस खेल और खिलाड़ियों की बात कर रहे हैं, जिन्हें मीडिया में भी ज्यादा जगह नहीं मिल पाती है. यह गेम है फुटबॉल. वह भी फुटबॉल का खस्सी टूर्नामेंट.
झारखंड में खस्सी टूर्नामेंट का जबरदस्त क्रेज है़ इस गेम के प्रति दर्शकों की दीवानगी देखनी है, तो शहर के आसपास के इलाकों में जाइये. यहां दर्शकों के सिर पर फुटबॉल का जुनून और गांव के मैदान पर विदेशी खिलाड़ियों के किक का कमाल दिख जायेगा. कई स्थानीय टीमें हैं, जिसमें कम से कम पांच विदेशी खिलाड़ी जरूर खेलते हैं.इसी फुटबॉल क्रेज पर पढ़िए दिवाकर सिंह की यह रिपोर्ट.
रांची और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित फुटबॉल टूर्नामेंट में विदेशी खिलाड़ियों का जलवा बढ़ता जा रहा है. यह बदलाव पिछले दो वर्षों में अधिक दिखा है. अंतरराष्ट्रीय रेफरी ओमप्रकाश ठाकुर बताते हैं कि 2018-19 तक एक टीम में सिर्फ एक-दो नाइजीरियाइ खिलाड़ी शामिल होते थे़ इनको देखने के लिए मैदान के चारों तरफ दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ती थी. इसके बाद पिछले दो वर्षों में विदेशी खिलाड़ियों की संख्या काफी बढ़ी है. अब तो एक टीम में पांच-पांच नाइजीरियाइ खिलाड़ी किक का कमाल दिखा रहे हैं. इस कारण फुटबॉल टूर्नामेंट रोमांचक होता जा रहा है. ये सभी खिलाड़ी कोलकाता से यहां आते हैं और पैसा कमाकर लौट जाते हैं.
गांवों के मैदान पर खेलते हैं विदेशी खिलाड़ीफुटबॉल का असली क्रेज ग्रामीण क्षेत्रों में नजर आता है. शहरी क्षेत्रों में भी होनेवाले कुछ फुटबॉल टूर्नामेंट में दर्शकों का हुजूम जुटता है. कुछ दिन पहले ही बेड़ो में ऑल झारखंड फुटबॉल टूर्नामेंट का क्रेज दिखा था. इसके आयोजक अमर लकड़ा ने बताया कि इस टूर्नामेंट में 16 टीमें शामिल हुई थीं. प्रत्येक दिन 50 हजार से अधिक दर्शक मैच देखने पहुंचते थे. खास बात है कि टूर्नामेंट की 14 टीमों में विदेशी खिलाड़ियों ने प्रतिभा दिखायी और फुटबॉल के फैंस का मनोरंजन किया. इस प्रतियोगिता में नाइजीरिया के 70 खिलाड़ी शामिल हुए थे.
लकड़ा कहते हैं : झारखंड में विदेशी खिलाड़ी सिर्फ वैसे ही टूर्नामेंट में खेलते हैं, जिसकी इनामी राशि कम से कम 1.50 लाख रुपये होती है. नाइजीरियन खिलाड़ी प्रत्येक मैच के लिए 10 हजार रुपये तक मैच फीस लेते हैं. इसमें कुछ झारखंड की टीमें होती हैं और कुछ उत्तरप्रदेश की. आयोजक बताते हैं कि विदेशाी खिलाड़ियों से सजी टीमों को बनाने पर 1-1़ 5 लाख रुपये खर्च आता है. वहीं इन टीमों में शामिल होने के लिए प्रत्येक वर्ष नाइजीरिया के खिलाड़ी भारत आते हैं.