Junior Hockey World Cup 2021: खिताब बरकरार रखने का सपना टूटने के बाद भारतीय टीम एफआइएच जूनियर हॉकी विश्व कप में रविवार को कांस्य पदक के प्लेऑफ में फ्रांस के खिलाफ उतरेगी, तो उसका इरादा टूर्नामेंट से बैरंग लौटने से बचने के साथ ही फ्रांस से पहले मैच में मिली हार का बदला चुकता करने का भी होगा. गत चैंपियन भारत का लगातार दूसरा जूनियर विश्व कप जीतने का सपना छह बार की चैंपियन जर्मनी ने तोड़ दिया और सेमीफाइनल में उसे 4-2 से हराया.
जर्मनी का सामना फाइनल में अर्जेंटीना से होगा, जबकि भारतीय टीम कांसे के तमगे के लिए फ्रांस से भिड़ेगी, जिसने उसे पहले मैच में 5-4 से मात दी थी. पोडियम पर जगह हासिल करने के लिए भारतीय खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन में काफी सुधार करना होगा. जर्मनी के खिलाफ टीम बिल्कुल लय में नहीं दिखी. लखनऊ में 2016 में जूनियर विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के प्रदर्शन में निरंतरता का अभाव नजर आया.
अभी तक टूर्नामेंट के किसी मैच में पूरे समय तक मेजबान टीम प्रवाहपूर्ण हॉकी नहीं खेल सकी है. कोच ग्राहम रीड जरूर इससे चिंतित होंगे, जिनके मार्गदर्शन में सीनियर पुरुष टीम ने तोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था. क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम के खिलाफ भारतीय डिफेंस ने असाधारण कौशल का प्रदर्शन किया लेकिन जर्मनी के खिलाफ उसे दोहरा नहीं सके.
कोच ग्राहम रीड ने स्वीकार किया कि जर्मनी ने उनकी टीम को हर विभाग में बौना साबित कर दिया. उन्होंने कहा ,‘‘ जर्मनी ने दिखा दिया कि हमारे डिफेंस में क्या कमियां हैं. उन्होंने एक ईकाई के रूप में अच्छे आक्रमण किये. इस स्तर पर जीतने के लिये बेसिक्स में कोई कमी नहीं होनी चाहिए.