कोहली से प्रभावित जैक्सन को रणजी सत्र में मिला अच्छी फिटनेस का फायदा
शेल्डन जैक्सन ने विराट कोहली से प्रेरणा लेकर अपनी फिटनेस को नए स्तर पर पहुंचाया जिसका फायदा उन्हें रणजी ट्राफी में मिला जहां उन्होंने रनों का अंबार लगा दिया
नयी दिल्ली : सौराष्ट्र के बल्लेबाज शेल्डन जैक्सन ने भारतीय कप्तान विराट कोहली से प्रेरणा लेकर अपनी फिटनेस को नए स्तर पर पहुंचाया जिसका फायदा उन्हें रणजी ट्राफी के इस सत्र में मिला जहां उन्होंने रनों का अंबार लगा दिया तैंतीस वर्षीय जैकसन ने रणजी ट्राफी में लगातार दूसरे सत्र में 800 से अधिक रन बनाए और सौराष्ट्र को पहली बार रणजी खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभायी.
सौराष्ट्र की इस उपलब्धि में जैक्सन की भूमिका अहम रही. उन्होंने इस सत्र में 50.56 की औसत से 809 रन बनाए. भावनगर के इस बल्लेबाज ने कहा कि पिछले 12 महीनों में उन्होंने अपनी फिटनेस में सुधार पर ध्यान दिया जिसका उन्हें फायदा मिला. जैक्सन ने 2013 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेलते हुए देखा था कि कोहली फिटनेस को बहुत अधिक महत्व देते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘यह असल में विराट की कहानी थी जिससे मुझे प्रेरणा मिली. वे बेहद कुशल बल्लेबाज हैं और अगर वह तब भी उन्हें लगता है कि उन्हें और फिट होने की जरूरत है तो फिर उनके सामने हमारी क्या बिसात.” जैक्सन ने स्वीकार किया कि 2013 में वह अपरिपक्व थे लेकिन छह सत्र बाद वह सभी प्रारूपों में सौराष्ट्र के मुख्य बल्लेबाज बन गए. उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों ने मेरी मदद की वे जिम में काम करने वाले सामान्य ट्रेनर थे. मेरे दोस्त थे जिन्होंने अहमदाबाद में मेरी मदद की क्योंकि वे समझ रहे थे कि मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं लेकिन मुझे उसके अनुरूप परिणाम नहीं मिल रहे हैं.”
जैक्सन ने कहा, ‘‘पिछले साल तक मैं कुछ भी खा लेता था. सभी तरह के जंक फूड खा जाता था लेकिन जिम ट्रेनर ने मुझे सिखाया कि अच्छा प्रदर्शन करने के लिए खाना भी बेहतर खाना होगा. इससे मुझे बहुत फायदा मिला.” इस बल्लेबाज ने पिछले सत्र में भी 854 रन बनाए थे लेकिन उन्हें लगा कि फिटनेस के क्षेत्र में अभी उन्हें काफी कुछ करना है. बस इसके बाद वह अपनी फिटनेस सुधारने में लग गए.
जैक्सन ने कहा, ‘‘पहले मैं सोचता था कि क्रिकेट कौशल से जुड़ा खेल है लेकिन मैं पूरी तरह से गलत था. क्रिकेट कौशल से जुड़ा खेल है लेकिन इसमें बहुत अच्छी फिटनेस की जरूरत पड़ती है क्योंकि अगर आप फिट हैं तो आप दबाव में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं जबकि आपका शरीर थक गया हो. ”