श्रीलंका के पूर्व विकेट कीपर बल्लेबाज कुमार संगाकारा का मानना है कि कोहली और रोहित की जोड़ी वैसे ही है जैसा कि नब्बे के दशक के अंत में द्रविड़ और गांगुली की हुआ करती थी. उनका कहना है कि उनका प्रभाव उसी तरह है जैसे उस वक्त गांगुली और द्रविड की जोड़ी का था.
उन्होंने ये बातें स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम क्रिकेट कनेक्टेड में कही. उन्होंने कहा हां ये सच है कि आज के समय में क्रिकेट के नियम बदल गये हैं इस वजह से रन बनाना आसान हो गया है लेकिन अगर आप भारतीय टीम की कार्यक्रम को देखेंगे तो उन्होंने बहुत अधिक क्रिकेट खेली है और ऐसे में रन बनाना इतना आसान नहीं होता.
रोहित और कोहली इसलिए तारीफ के काबिल हैं क्योंकि पहले कोई भी खिलाड़ी नियमित रूप से क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में नहीं खेलते था. इसलिए मुझे लगता है कि विराट और रोहित के प्रति लोगों का सम्मान होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि हां पूर्व खिलाड़ी भी उतने ही सम्मान के हकदार हैं जितने कि अभी के लोग हैं. उनकी कड़ी मेहनत की तारीफ होनी चाहिए.
Also Read: धौनी के संन्यास की अटकलों से परेशान साक्षी ने कहा, आपको पता है कि माही कैसा है…
हर युग में कोई न कोई एक ऐसे जोड़ी होती थी जो कि आगे चलकर एक अलग छाप छोड़ती थी. अभी के समय में विराट और रोहित की जोड़ी भी कुछ ऐसे ही है. उस जमाने में भी बल्लेबाज ऐसे होते थे जो कि तकनीकी रूप से मजबूत होने के बावजूद विपक्षी टीमों के लिए बेहद खतरनाक साबित होते थे. आज के इस समय में ये जोड़ी इस बात को चरितार्थ करती है
अगर आप दादा और द्रविड़ की जोड़ी को देख लें तो वे दोनों तकनीकी रूप से बेहद सक्षम थे. वे दोनों परंपरागत बल्लेबाज थे. लेकिन जरूरत पड़ने पर वो बेहद खूबसूरत शॉट भी खेलते थे. खास कर के राहुल द्रविड़ कुछ ज्यादा ही सक्षम थे. उनकी सटीक और सूझ बूझ वाली बल्लेबाजी विपक्षी खेमों में भय पैदा करती थी. बता दें कि रोहित और कोहली की जोड़ी ने मिलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में 35 हजार से ज्यादा रन बना लिए हैं.