सौरव गांगुली का अपमान किया, मुझे मां-बहन की गाली दी, मनोज तिवारी ने कोच गौतम पर लगाए गंभीर आरोप

Manoj Tiwary: मनोज तिवारी ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि गौतम गंभीर ने सौरव गांगुली के बारे में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, उन्हें गाली दी यहां तक कि बात हाथापाई तक पहुंच गई थी. 

By Anant Narayan Shukla | January 24, 2025 10:33 AM
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Manoj Tiwary: गौतम गंभीर जब से टीम इंडिया के कोच बने हैं, भारतीय टीम के सितारे गर्दिश में चले गए हैं. उनके प्रशिक्षण के दौरान भारतीय टीम ने तीन सीरीज गंवा दी हैं. श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में भारतीय क्रिकेट टीम को पहली हार मिली. उसके बाद न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो लगातार सीरीज में बेहद बुरी हार झेलनी पड़ी. इसके बाद से गौतम गंभीर पर लगातार हमले हो रहे हैं. मनोज तिवारी इस आक्रमण में सबसे आगे हैं. उन्होंने कहा था कि गंभीर को कोई अनुभव नहीं था, पता नहीं उन्हें कैसे कोच बना दिया गया. लेकिन अब उन्होंंने नया खुलासा किया हैं. एक इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया है कि गंभीर ने सौरव गांगुली के बारे में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, उन्हें गाली दी यहां तक कि बात हाथापाई तक पहुंच गई थी. 

मनोज तिवारी ने लल्लनटॉप पर इंटरव्यू के दौरान कहा कि गंभीर ने पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली मजाक उड़ाया था. तिवारी ने दादा को गंभीर की टिप्पणी बताई और अपने सज्जन स्वभाव के अनुरूप, गांगुली ने अपनी विशिष्ट शैली और संयम के साथ जवाब दिया. मनोज तिवारी ने कहा, ” गंभीर लगातार गाली दे रहा था, मुझे याद है कि सौरव गांगुली अभी-अभी CAB (क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल) में शामिल हुए थे. वह उनके बारे में भी बकवास बोल रहे थे. उसने ऐसी बातें कहीं, जैसे ‘वो अपना जैक लगा के आ गया. तू भी उसके पीछे आ गया? तू भी ये सब करके पहुंच गया.’ जब मैंने दादा को बताया, तो उन्होंने कहा ‘ठीक है’. मेरा कर्तव्य था कि मैं उन्हें यह बताऊं. आप देख सकते हैं कि गंभीर को गुस्सा आ रहा है. उस दिन के बाद से हमारे बीच बात करने या मिलने की कोई गुंजाइश नहीं बची है.”

कैसे हुई मनोज तिवारी और गौतम गंभीर के बीच लड़ाई की शुरुआत

मनोज तिवारी ने गंभीर के साथ अपने झगड़े का भी खुलासा किया. उन्होंने कहा यह झगड़ा 2013 में शुरू हुआ था, जब अरुण जेटली स्टेडियम (तब फिरोज शाह कोटला) में दिल्ली और बंगाल के बीच रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान दोनों के बीच मैदान पर टकराव हुआ था. मामला तब और बिगड़ गया जब भारत और कोलकाता नाइट राइडर्स के दो पूर्व साथी लगभग पिच के बीच में आ गए और एक-दूसरे पर भद्दी टिप्पणियां करने लगे. तब से, गंभीर और तिवारी के बीच संबंध बिल्कुल भी अच्छे नहीं रहे हैं. 10 साल बाद भी, तिवारी ने गंभीर पर निशाना साधते हुए उनकी, उनकी कोचिंग, उनके स्वभाव की आलोचना की और याद दिलाया कि कैसे भारत के मुख्य कोच ने केकेआर में साथ रहने के दौरान उन्हें धमकाया था.

2013 के आईपीएल के दौरान मनोज तिवारी और गौतम गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम में साथ थे. गौतम गंभीर कप्तान थे. मनोज तिवारी ने बताया कि गंभीर पहले ही भड़के हुए थे, क्योंकि KKR में मेरा बैटिंग क्रम नीचे जा रहा था और उस समय भारतीय टीम में मेरी जगह फिक्स नहीं हुई थी. कोई विदेशी टीम आती थी तो फ्रेंडली मैचों में मुझे मौका मिलता था. इसी तरह के एक मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने सबसे ज्यादा 129 रन बनाए थे और गंभीर ने 105 रन बनाए थे. इसके बाद वे भड़क गए. हमारी पारी समाप्त होने के बाद फील्डिंग के लिए जाना था, वे सन्सक्रीम लगा रहे थे तो गंभीर भड़क गए. बोले, “यहां क्या कर रहा है तू? चल जल्दी नीचे चल.”

मनोज तिवारी ने आगे बताया कि इस तरह की बात के बाद वे दुखी थे. 2013 में ईडन गार्डेन्स में केकेआर का मैच चल रहा था. पहली पारी खत्म होने के बाद वे जैसे ही वॉशरूम पहुंचे, गंभीर पीछे से आ गए और बोलने लगे, “तेरा ये एटीट्यूड नहीं चलेगा. तुझे ऐसा कर दूंगा कि तुझे कभी खिलाउंगा नहीं. वो सीनियर थे. मैं उनकी रेस्पेक्ट करता था, लेकिन इस बार मैं भड़क गया और मैंने कहा कि गौती भाई ये नहीं चलेगा. फिर वसीम अकरम आ गए बीच में…तो उस दिन रुक गया, नहीं तो हाथापाई हो जाती.” अकरम कोलकाता नाइटराइडर्स के सपोर्ट स्टाफ में शामिल थे. इसके बाद मनोज तिवारी को केकेआर टीम से रिलीज कर दिया गया.  

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गंभीर ने मुझसे कहा ‘बाहर मिल…बताता हूं’

इसके बाद गंभीर और तिवारी के बीच 2015 में फिर लड़ाई हो गई. यह घटना गंभीर के इस अनुमान से हुई कि तिवारी जानबूझकर मैच में देरी कर रहे थे, जबकि मैच में सिर्फ 40 मिनट बचे थे. बिना किसी हिचकिचाहट के गंभीर ने गाली-गलौज की झड़ी लगा दी, जो बंगाल के बल्लेबाज को बिल्कुल भी पसंद नहीं आई. दरअसल मनोज तिवारी बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आए, लेकिन उनके हेलमेट का कुशन ड्रेसिंग रूम में छूट गया था. उन्होंने साथी खिलाड़ी को कहा था कि वे क्रीज पर पहुंच रहे हैं, तुम कुशन लेकर मैदान पर आओ. मनोज तिवारी मैदान पर तो पहुंच लेकिन बैटिंग करने से पहले कुशन आने तक रुक रहे. यह बात गौतम गंभीर को पसंद नहीं आई. तिवारी ने आगे दावा किया कि गंभीर ने मैच के बाद उन्हें लड़ाई के लिए चुनौती दी, जिससे मामला इतना बिगड़ गया कि उनके रिश्ते फिर कभी पहले जैसे नहीं रहे. गंभीर पर इस मैच के बाद DDCA की ओर से 50 फीसदी मैच फीस का जुर्माना भी लगाया गया था.

मनोज तिवारी ने कहा, “मैंने कभी किसी को ऐसी गाली देते नहीं सुना. अगर कोई आपकी मां को गाली देता है, तो आपको उसे चुपचाप नहीं सहना चाहिए. मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो गाली-गलौज को चुपचाप सह सकता हूं. मैंने उनसे पूछा, ‘गौती भाई, आप इस तरह क्यों बात कर रहे हैं?’ ओवर खत्म हो गया फिर मैंने भी अपना आपा खो दिया. उन्होंने कहा, ‘शाम को मुझसे मिलो, मैं तुम्हें पीटूंगा’ मैंने कहा, ‘शाम को क्यों? चलो अभी करते हैं,’ मैच दिल्ली में था. किसी भी खिलाड़ी ने मुझसे इस तरह से बात नहीं की. वहां मौजूद सभी मीडियाकर्मियों ने उनके मुंह से निकली सारी बातें सुनीं,”

“अंपायर बीच में आ गए और उन्होंने उन्हें भी धक्का देकर दूर कर दिया. फिर ओवर खत्म हो गया और मैं नॉन-स्ट्राइकर एंड पर था. वह मिड-ऑफ पर आए और फिर से मुझे गाली देने लगे. अंपायर ज्यादा कुछ नहीं कर सकते. वह एक बड़े खिलाड़ी हैं और उन्हें डर है कि वह अपने प्रभाव का इस्तेमाल उनके खिलाफ कर सकते हैं.”

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