भारतीय सीनियर टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री समेत कई कोचों ने लिया ऑनलाइन सत्र में हिस्सा

रवि शास्त्री सहित सीनियर और जूनियर टीम से जुड़े कोचों ने कोरोना वायरस महामारी के कारण घर में बिताए समय का सदुपयोग करते हुए ‘विचारों के आदान प्रदान' के लिए ऑनलाइन सत्र में हिस्सा लिया.

By Sameer Oraon | April 30, 2020 6:20 PM
an image

भारतीय सीनियर टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री सहित सीनियर और जूनियर टीम से जुड़े कोचों ने कोरोना वायरस महामारी के कारण घर में बिताए समय का सदुपयोग करते हुए ‘विचारों के आदान प्रदान’ के लिए ऑनलाइन सत्र में हिस्सा लिया. ऑनलाइन सत्र का यह विचार राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख राहुल द्रविड़ ने दिया था. शास्त्री , गेंदबाजी कोच भरत अरूण और क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर पिछले हफ्ते संचालित इस तरह के एक ऑनलाइन सत्र का हिस्सा थे.

इस ऑनलाइन सत्र में जूनियर और एनसीए कोचों ने भी हिस्सा लिया जिसमें पारस महाम्ब्रे, नरेंद्र हिरवानी, अभय शर्मा और सितांशु कोटक शामिल हैं. एनसीए के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘‘यह ऑनलाइन कोचिंग क्लास नहीं थी. आप कह सकते हैं कि यह एक तरह की बातचीत थी जिसमें आप अपने विचार रखते हैं और अन्य कोचों के मन में क्या चल रहा है और उनकी क्या योजनाएं हैं उसे जानते हैं. अब तक ऐसा एक ही सत्र हुआ है लेकिन इसके नियमित तौर पर होने की संभावना है. ”

उन्होंने कहा, ‘‘अगर शास्त्री, अरूण और श्रीधर जैसे सीनियर कोच बातचीत का हिस्सा होंगे तो उनके विस्तृत अंतरराष्ट्रीय अनुभव से आपको सीखने को ही मिलेगा. ” अधिकारी ने कहा, ‘‘इस समय लॉकडाउन के कारण इस तरह के सत्र का आयोजन आसान है. यह देखना होगा कि चीजों के सामान्य होने और भारतीय टीम के खेलने की स्थिति में कितनी अवधि पर इनका आयोजन किया जा सकता है. ”

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही लक्ष्मण ने बंगाल के खिलाड़ियों के लिए एक ऑनलाइन सत्र रखी थी, इस सत्र के दौरान लक्ष्मण ने मानसिक पहलुओं पर जोर दिया. अभिषेक रमन और काजी जुनैद सैफी के साथ लक्ष्मण ने 45-45 मिनट के दो अलग अलग सत्र का संचालन किया और इस दौरान बंगाल के कोच अरूण लाल, क्रिकेट संचालन मैनेजर जायदीप मुखर्जी और राज्य की अंडर-23 टीम के कोच सौराशीष लाहिड़ी भी मौजूद थे. साथ ही लक्ष्मण ने बताया था कि खराब शॉट खेलने से बचने के लिए कैसे अपने दिमाग को नियंत्रित किया जाए और साथ ही गेंदबाजी की अनुकूल पिचों पर पहले घंटे में बल्लेबाजी की क्या अहमियत होती है उसके बारे में भी बताया था.

Exit mobile version