भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज ने मार्च-अप्रैल 2022 में महिला वर्ल्ड कप से पहले अपनी बल्लेबाजी में सुधार की गुंजाइश के बारे में बात की है. उन्होंने कहा कि पिछले 12 महीनों में जिन क्षेत्रों में उन्होंने काम किया है उसमें और अधिक निरंतरता बनाए रखने जी जरूरत है. कोरोना महामारी के बीच वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम न्यूजीलैंड के दौरे पर है, जहां इस मैच खेलने हैं.
न्यूजीलैंड दौरे से भारतीय टीम को वर्ल्ड कप से पहले एक अच्छी तैयारी मिलेगी, क्योंकि इसी देश में वर्ल्ड कप का भी आयोजन होने वाला है. मिताली राज ने कहा कि हम निश्चित रूप से विश्व कप के लिए अपने संयोजन को ठीक करने और कुछ चेहरों को आजमाने की कोशिश करेंगे. पिछले साल हमारे लिए काम करने वाली चीजों में थोड़ा और निरंतरता बनाना होगा.
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भारत ऑस्ट्रेलिया में तीन मैचों की सीरीज में 1-2 से हार गया, लेकिन महिला टीम ने शक्तिशाली आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को अच्छी टक्कर दी. मिताली राज ने कहा कि निचले मध्य क्रम ने ऑस्ट्रेलिया में योगदान दिया और हम चाहते हैं कि यह थोड़ा और सुसंगत हो. इसने निश्चित रूप से दिखाया कि उनमें योगदान करने की क्षमता है और पूजा और स्नेह राणा जैसे ऑलराउंडरों ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन किया है.
उन्होंने कहा कि ऋचा ने निश्चित रूप से दिखाया कि उसके पास आखिरी कुछ ओवरों में बड़ा करने की ताकत और क्षमता है. हमे वास्तव में इसकी जरूरत थी. वह हमें बल्लेबाजी में बढ़त देती है जबकि तानिया भाटिया के पास बेहतर विकेटकीपिंग का अनुभव है. अच्छी प्रतिस्पर्धा होना अच्छा है और हमारे पास संयोजनों को आजमाने के लिए सीरीज के 5 मैच हैं.
50 ओवर के क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी ने कहा कि सीमर ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन स्पिन विभाग में थोड़ा और काम करने की जरूरत है, हमारे पास यह एक अनुभवी लॉट है. भारत निचले क्रम की मदद से ऑस्ट्रेलिया में लगातार 250 से अधिक का स्कोर बनाने में सक्षम था और मिताली को लगता है कि शीर्ष टीमों के खिलाफ इस क्रम में योगदान और भी महत्वपूर्ण हो जाता है.