Mohammed Shami: टीम इंडिया के सीनियर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की एक साल से अधिक समय के बाद भारतीय टीम में वापसी हुई हैं. उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम में शामिल किया गया है. 2023 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान शमी चोटिल हुए थे. बंगाल के तेज गेंदबाजी कोच शिब शंकर पॉल ने अब शमी की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी की भूख की सराहना की है. पिछले साल रणजी ट्रॉफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व करते हुए इस तेज गेंदबाज ने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की थी. शमी ने इसके बाद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में राज्य की टीम का प्रतिनिधित्व किया.
शमी के कोच ने किया बड़ा खुलासा
शिब शंकर पॉल ने अब खुलासा किया है कि मोहम्मद शमी पूरी टीम के आने से पहले सुबह 6 बजे ही मैदान पर पहुंच जाते थे. स्पोर्ट्सबूम डॉट कॉम से बात करते हुए पॉल ने कहा, ‘तेज गेंदबाजों को चोट से उबरने में समय लगता है. वह वापसी के लिए इतने भूखे थे कि मैच खत्म होने के बाद भी गेंदबाजी करना चाहते थे. यह एक खिलाड़ी का शानदार समर्पण है.’
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टीम के पहुंचने से पहले ही ग्राउंड पर पहुंच जाते थे शमी
उन्होंने कहा, ‘कुछ खिलाड़ी मैच के बाद 30 से 45 मिनट तक गेंदबाजी करना चाहते हैं. वह घरेलू टी-20 मैचों के दौरान मैच के दिनों में टीम के पहुंचने से पहले सुबह छह बजे मैदान पर पहुंचने वाले पहले व्यक्ति भी थे.’ तेज गेंदबाजी कोच ने यह भी बताया कि शमी ने अपनी पसंदीदा बिरयानी खाना छोड़ दिया है और पिछले दो महीनों से इसे नहीं खाया है. उन्होंने दिन में केवल एक बार ही खाना खाया और सख्त डाइट का पालन किया.
फिटनेस के लिए केवल एक बार खाते थे शमी
पॉल ने कहा, ‘वह सख्त आहार पर था. मैंने उसे दिन में केवल एक बार खाना खाते देखा. उसे बिरयानी खाना बहुत पसंद है, लेकिन जब से वह वापस लौटा है, मैंने उसे पिछले दो महीनों में बिरयानी खाते नहीं देखा.’ जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने के कारण चैंपियंस ट्रॉफी में शमी की जिम्मेदारी काफी बढ़ गई है. उम्मीद है कि शमी अपनी गेंदबाजी से एक बार फिर सभी को प्रभावित करेंगे.