Loading election data...

मुंबई इंडियंस केवल क्लब नहीं, फिनिसिंग स्कूल है, टीम इंडिया में चयन के बाद बोले ईशान और सूर्यकुमार

नयी दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में पांच बार की चैंपियन रही मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने यह साबित कर दिया है कि विश्व क्रिकेट के सबसे सफल क्लबों में से एक है. टीम में निश्चत रूप से रोहित शर्मा (Rohit Sharma), जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या और कीरोन पोलार्ड जैसे विश्वस्तरीय खिलाड़ी हैं, लेकिन जिस प्रकार से नये खिलाड़ियों ने टीम के लिए प्रदर्शन किया है, वह भी देखने लायक है. ईशान किशन और सूर्यकुमार जैसे खिलाड़ी इसके उदाहरण हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2021 5:08 PM
  • इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 में ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव को मिली जगह

  • मुंबई इंडियंस के लिए दोनों ने पिछले सीजन में खेली बेहतरीन पारियां

  • आईपीएल में प्रदर्शन के बाद पूर्व क्रिकेटरों ने की दोनों को टीम में शामिल करने की मांग

नयी दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में पांच बार की चैंपियन रही मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने यह साबित कर दिया है कि विश्व क्रिकेट के सबसे सफल क्लबों में से एक है. टीम में निश्चत रूप से रोहित शर्मा (Rohit Sharma), जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या और कीरोन पोलार्ड जैसे विश्वस्तरीय खिलाड़ी हैं, लेकिन जिस प्रकार से नये खिलाड़ियों ने टीम के लिए प्रदर्शन किया है, वह भी देखने लायक है. ईशान किशन और सूर्यकुमार जैसे खिलाड़ी इसके उदाहरण हैं.

झारखंड की टीम के कप्तान ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव का मानना है कि मुंबई इंडियंस न केवल एक क्रिकेट क्लब है, बल्कि एक फिनिसिंग स्कूल है. यूएई में खेला गया आईपीएल का 13वां संस्करण इस बात की गवाही देता है कि मुंबई इंडियंस की टीम न केवल रोहित शर्मा डी कॉक और पोलार्ड जैसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों पर निर्भर थी, बल्कि ईशान किशन और सूर्यकुमार जैसे नये खिलाड़ी भी टीम की पसंद थे.

झारखंड के ईशान ने पिछले सीजन में 14 मैचों में मुंबई के लिए सबसे ज्यादा 516 रन बनाये थे. जबकि सूर्यकुमार यादव ने 16 मैचों में 480 रन बनाए. इनके शांत और सुशील स्वभाव के कारण कई पूर्व क्रिकेटरों ने टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे में सीमित ओवरों के लिए इन्हें टीम में शामिल करने की मांग कर डाली थी. हालांकि सूर्यकुमार को ऑस्ट्रेलिया दौरे में टीम में शामिल नहीं किया गया.

Also Read: IND vs ENG : मोटेरा की नयी पिच पर क्या होगी टीम इंडिया की रणनीति, टूट सकते हैं ये रिकॉर्ड

लेकिन इनके प्रदर्शन और पूर्व क्रिकेटरों की तारीफ का ही परिणाम है कि ईशान और सूर्यकुमार को इंग्लैंड के भारत दौरे में टी-20 सीरीज के लिए टीम इंडिया का हिस्सा बनाया गया है. इसके बाद दोनों ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि मुंबई इंडियंस एक फिनिसिंग स्कूल है और नेशनल टीम के लिए खिलाड़ियों को तैयार करता है. दोनों से मुंबई इंडियंस के साथ अपने सफर पर विस्तार से चर्चा की.

दोनों का कहना है कि मुंबई इंडियंस के साथ पिछले तीन सालों में हमने जो भी हासिल किया, वह आज भी हमारे साथ है. ईशान ने कहा कि कोच और सीनियर खिलाड़ियों ने जो भी बताया उसका उल्लेख करना मुश्किल है. जब मैं मुंबई टीम का हिस्सा बना तो उस समय भी किसी युवा क्रिकेटर को अंडर-19 में जाने की सलाह नहीं देता था. मैं उनसे एक पेशेवर के रूप में दूसरी ओर जाने को कहता था.

Also Read: IND vs ENG: टीम इंडिया में चयन के बाद Ishan Kishan के नवादा में जश्न का दौर जारी, छठ पूजा में दादी ने रखी थी मन्नत

मुंबई इंडियंस क्लब में मुझे खेल के प्रति ईमानदार होना सिखाया गया. मुझे कई कड़े अनुशासनों से भी गुजरना पड़ा. कई बार मुझे कड़ी परेशानियों में भी डाला गया, जिससे बाहर निकलने का हुनर मैंने सीखा. अब जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे लगता है कि इस क्षेत्र से बेहतर मैं किसी और क्षेत्र में कर ही नहीं सकता था. आज लगता है जैसे में खेलने के लिए ही बना हूं. वहीं, सूर्यकुमार का भी मानना है कि मुंबई इंडियंस एक संस्था की तरह है. इसकी बात करें तो इसका पूरा सेट, सिस्टम और प्रक्रिया किसी से भी एक पायदान ऊपर है.

Posted By: Amlesh Nandan.

Next Article

Exit mobile version