NZ vs BAN: रॉस टेलर को न्यूजीलैंड ने दी जीत के साथ विदाई, बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने भी दिया गार्ड ऑफ ऑनर
भावुक टेलर ने मैच के बाद कहा, करियर का अंत जीत और विकेट के साथ करना शानदार है, मैं जीत के साथ करियर खत्म करना चाहता था और खिलाड़ियों ने ऐसा किया.
New Zealand vs Bangladesh न्यूजीलैंड के अनुभवी बल्लेबाज रॉस टेलर (Ross Taylor) 15 साल के टेस्ट करियर की अंतिम गेंद पर विकेट और बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज बराबर कराने वाली जीत से बेहतर विदाई की उम्मीद नहीं कर सकते थे. टेलर ने अपने टेस्ट करियर का अंत इबादत हुसैन को आउट करके किया जिससे न्यूजीलैंड ने मंगलवार को बांग्लादेश को पारी और 117 रन से हराकर दो मैच की शृंखला 1-1 से बराबर दी.
भावुक रॉस टेलर ने मैच के बाद कहा, करियर का अंत जीत और विकेट के साथ करना शानदार है, मैं जीत के साथ करियर खत्म करना चाहता था और खिलाड़ियों ने ऐसा किया.
Also Read: NZ vs BAN: बांग्लादेश के खिलाफ न्यूजीलैंड के बल्लेबाज ने दिखाया रौद्र रूप, जड़ा दूसरा दोहरा शतक ठोका
बांग्लादेश ने कई बार हमें काफी दबाव में डाला, यह उचित है कि हम इस शृंखला को साझा करेंगे. बांग्लादेश का 9वां विकेट गिरते ही हेगले ओवल में मौजूद दर्शकों ने टेलर का नाम लेना शुरू कर दिया और दर्शकों की बात को मानकर कप्तान टॉम लैथम ने उन्हें गेंद सौंपी.
37 साल के टेलर की तीसरी ही गेंद पर इबादत ने न्यूजीलैंड के कप्तान को कैच थमा दिया जिससे 112 टेस्ट में इस अनुभवी खिलाड़ी ने अपना सिर्फ तीसरा टेस्ट विकेट हासिल किया. टेलर ने इससे पहले 2010 में न्यूजीलैंड के भारत दौरे के दौरान हरभजन सिंह और एस श्रीसंत के रूप में दो विकेट हासिल किए थे.
टेलर ने अपने पूरे टेस्ट करियर में सिर्फ 16 ओवर गेंदबाजी की. उन्होंने पिछली बार आठ साल पहले गेंद थामी थी. टेलर ने कहा, शृंखला शानदार रही- मैं सोच रहा था कि क्या कल हमें दोबारा मैदान पर उतरना होगा लेकिन खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया.
अंत में यह थोड़ा रोचक हो गया, मैंने विकेट हासिल और टॉम ने कहा कि पूरे मैच में यह मेरे लिए सबसे अनमोल चीज रही. उन्होंने कहा, मैंने अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का बेहद लुत्फ उठाया, यहां (क्राइस्टचर्च) में मैं काफी खेला, काफी समय बिताया और यह अंत करने का शानदार तरीका है. न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान टेलर का दर्शकों ने खड़े होकर अभिवादन किया. उन्हें मैच की गेंद सौंपी गई और बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड आफ आनर दिया.