रविचंद्रन अश्विन के लिए वनडे और टी20 टीम में कोई जगह नहीं, टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज का बड़ा धमाका

भारत के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को वनडे और टी20 आई करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा है. उनके सफेद गेंद में वापसी पर कई बार सवाल उठते रहते हैं. अब टीम इंडिया के एक पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर ने भी उन्हें वनडे और टी20 के लायक नहीं बताया.

By AmleshNandan Sinha | January 14, 2024 1:49 PM
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टीम इंडिया के सीनियर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी अमिट छाप छोड़ी है. लेकिन उनके सफेद गेंद खेल पर अब भी सवाल उठते हैं. भारत में युवा क्रिकेटर्स की बढ़ती संख्या ने सीमित ओवर के मैचों के लिए सीनियर खिलाड़ियों के लिए अवसरों को कम कर दिया है. टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह का भी मानना है कि रविचंद्रन अश्विन के लिए सफेट गेंद क्रिकेट में कोई जगह नहीं है. अश्विन वनडे और टी20आई में उतार-चढ़ाव वाले करियर के बावजूद कई विश्व कप (दोनों प्रारूपों में) का हिस्सा रहे हैं.

युवराज सिंह ने कही यह बात

टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में युवराज सिंह से जब रविचंद्रन अश्विन के सफेद गेंद टीम में शामिल किए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बिना समय लिए कहा कि उनके लिए टी20 और वनडे टीम में कोई जगह नहीं है. हालांकि युवी ने अश्विन को एक महान गेंदबाज बताया. उन्होंने टेस्ट में उनकी उपलब्धियों को जमकर तारीफ की. युवी का मानना है कि अश्विन एक महान गेंदबाज हैं, लेकिन सफेद गेंद प्रारूप में बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं कर पाते हैं. फिल्डिंग में भी वह उतने प्रभावी नहीं रहे हैं.

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अश्विन का वनडे और टी-20 में प्रदर्शन

2011 और 2017 के बीच रविचंद्रन अश्विन भारतीय सफेद गेंद सेट-अप का एक अनिवार्य हिस्सा थे. उन्होंने 116 एकदिवसीय मैचों में 156 विकेट और 65 टी20 आई में 72 विकेट के साथ शानदार रहे हैं. लेकिन जब विराट कोहली की कप्तानी में ‘कुल-चा’ (कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल) के उभरने के कारण वह पिछड़ गए. कुलदीप और चहल के कमजोर पड़ने के बाद भी टीम प्रबंधन सीधे तौर पर अश्विन की ओर नहीं गया. हालांकि, जब विश्व कप की बात आती है, तो अश्विन पर भरोसा किया जाता है.

अश्विन हमेशा करते हैं युवराज की तारीफ

युवराज सिंह और रविचंद्रन अश्विन दोनों ही 2011 में एकदिवसीय विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे. अश्विन ने बार-बार भारतीय क्रिकेट में युवराज के योगदान की काफी सराहना की है. अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में अश्विन ने खुलासा किया था कि उन्हें यह जानकर कितना झटका लगा था कि उन्हें कैंसर है. अश्विन ने कहा, ‘युवी को खांसी आती थी, और वह बहुत जोर से खांसता था. मैं सोचता था कि यह खेल का दबाव है और वह खांस रहा है और वह बीच में ही खांसने लगता था. किसी को कोई अंदाजा नहीं था कि वह एक गंभीर बीमारी से पीड़ित थे.’

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युवराज को कैंसर होने से हैरान थे अश्विन

अश्विन ने अपने उसी वीडियो में आगे कहा, ‘जब युवराज को कैंसर होने की खबर सामने आई, तो मैं स्तब्ध रह गया. मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि जो खिलाड़ी वैश्विक टूर्नामेंट में प्लेयर ऑफ द सीरीज बना हो, वास्तव में इस बीमारी से पीड़ित हो सकता है. युवराज ‘भारत का आइकन’ बन गए. मुझे लगता है कि युवराज ने विश्व कप में अविश्वसनीय रूप से बड़ी भूमिका निभाई थी. मैं इसे युवराज सिंह का विश्व कप कहता हूं.

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