शुभमन गिल या यशस्वी जायसवाल नहीं, भारत के विश्व कप विजेता स्टार को इस युवा खिलाड़ी में दिखता है भविष्य

2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम के खिलाड़ी आरपी सिंह को युवा क्रिकेटर तिलक वर्मा में भारत का भविष्य दिखता है. उन्होंने इस युवा बल्लेबाज की जमकर तारीफ की. तिलक ने वेस्टइंडीज दौरे पर पहले टी20 आई में भारत के लिए डेब्यू किया और अपना प्रभाव भी छोड़ा.

By AmleshNandan Sinha | August 5, 2023 4:59 PM

2011 में वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे आरपी सिंह को युवा क्रिकेटर तिलक वर्मा में भारत का भविष्य दिखता है. तिलक वर्मा ने गुरुवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टी20 मैच के दौरान भारत के लिए पदार्पण किया और बड़े मंच पर तुरंत प्रभाव छोड़ा. इंडियन प्रीमियर लीग के साथ-साथ घरेलू सर्किट में मुंबई इंडियंस के साथ अपना नाम बनाने के बाद, दक्षिणपूर्वी खिलाड़ी ने सबसे विस्फोटक तरीके से अपनी छाप छोड़ी. उन्होंने अपनी पारी की दूसरी गेंद पर अल्जारी जोसेफ को लिया और सीधे डीप स्क्वायर लेग पर छक्का जड़ दिया.

तिलक वर्मा ने जड़े तीन छक्के

अगली ही गेंद पर तिलक वर्मा ने एक बार फिर हवाई मार्ग अपनाया और डीप मिडविकेट बाउंड्री को आसानी से दूसरे छक्के के लिए पार कर दिया. मैच का विश्लेषण करते हुए, भारत के पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने तिलक की प्रशंसा की, और कहा कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य उनमें छिपा है. उन्होंने कहा, ‘यह एक बहुत अच्छी पारी थी. मुझे लगता है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य उनमें छिपा है. हम सभी बाएं हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज की तलाश कर रहे हैं और तिलक वर्मा को उस नजरिए से देखा जा सकता है.

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22 गेंद पर बनाये 39 रन

अपने पहले ही टी20 आई में तिलक ने सिर्फ 22 गेंदों पर 39 रनों की तेज पारी खेली. आरपी सिंह ने कहा, ‘उन्होंने अपना खाता खोला एक छक्के के साथ और फिर दूसरा छक्का भी मारा. सबसे अच्छा छक्का वह तीसरा छक्का था जो उसने कवर के ऊपर से मारा था. आरपी ने जियो सिनेमा पर कहा, ‘एक्सट्रा कवर के ऊपर से छक्का मारना इतना आसान नहीं होता है.’ पदार्पण के बाद वर्मा ने कहा, ‘भारत के लिए खेलना मेरा बचपन का सपना था. मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह अवसर मेरे लिए इतनी जल्दी आएगा.’

मैच के बाद तिलक ने कही यह बात

तिलक ने आगे कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह अवसर इतनी जल्दी आएगा क्योंकि अंडर-19 विश्व कप के बाद कोविड-19 महामारी आ गई और सब कुछ रुक गया. मैं अपनी टीम के लिए विश्व कप जीतने की कल्पना करता हूं. हालांकि यह हमेशा मेरे मन में चलता रहता है. मैं कई बार इसकी कल्पना करता हूं.’ अपने पहले मैच में तिलक को हालांकि गेंदबाजी का मौका नहीं मिला, लेकिन वह एक ऑलराउंडर हैं.

भारत के लिए जीतना चाहते हैं वर्ल्ड कप

तिलक वर्मा भारत के लिए अपने टी20 आई डेब्यू में अपने प्रेशर को खत्म करने के लिए पैड बांधने और बल्लेबाजी करने से पहले ही दो शानदार कैच लपके. वर्मा ने पहला कैच जॉनसन चार्ल्स का लिया, जो अपने पांच जमाने का प्रयास कर रहे थे और निसंदेह रूप से टीम इंडिया के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते थे. वर्मा ने अपनी बाईं ओर दौड़ते हुए वह कैच पकड़ा था, जिसके बाद केवल तीन रन के निजी स्कोर पर चार्ल्स को पवेलियन की ओर लौटना पड़ा.

तिलक वर्मा ने लपके दो कैच

तिलक ने दूसरा कैच निकोलस पूरन का लपका, जो बल्ले से आग उगल रहे थे. पूरन क्रीज पर आते ही भारतीय गेंदबाजों पर हावी हो गये और लगातार चौके और छक्के जडे. तिलक के कैच ने पूरन को 41 के स्कोर पर पवेलियन का रास्ता दिखाया, जिसके बाद भारत वेस्टइंडीज को 149 के स्कोर पर रोकने में सफल रहा. निकोलस पूरन ने अपनी 34 गेंद की पारी में दो चौके और दो छक्के जड़े. हालांकि वर्मा का प्रयास भारत को वह मैच नहीं जीता सका.

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वेस्टइंडीज ने बनाये 149 रन

मैच की बात करें तो वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 149 रन बनाये और भारत को जीत के लिए 150 रनों का लक्ष्य दिया. वेस्टइंडीज की ओर से कप्तान रोवमैन पॉवेल ने सबसे ज्यादा 48 रन बनाये. ब्रेडन किंग ने 28 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम को शानदार शुरुआत दी. भारत की ओर से अर्शदीप सिंह और युजवेंद्र चहल ने दो-दो विकेट चटकाए. जवाब में भारतीय बल्लेबाजी पूरी तरह लड़खड़ा गयी. तीसरे ही ओवर में शुभमन गिल का विकेट गिरा.

4 रन से हारा भारत

भारत की ओर से तिलक वर्मा ने सबसे अधिक 39 रनों की पारी खेली. सूर्यकुमार ने भी पारी को संभालने का प्रयास किया, लेकिन वह 21 रन बनाकर आउट हो गये. जिस समय तिलक आउट हुए भारत का स्कोर 77 रन था. उसके बाद 113 रन पर भारत को पांचवां झटका लगा. हार्दिक पांड्या 19 रन बनाकर आउट हुए थे. इससे पहले भारत को 30 गेंद पर जीतने के लिए 37 रनों की जरूरत थी और छह विकेट हाथ में थे. उसके बाद भारत के नौ विकेट गिरे और टीम केवल 146 रन ही बना सकी.

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