कोहली के शतक पर बैकहम ने कहा, ‘मैं पहली बार लेकिन सही समय पर भारत आया’
डेविड बैकहम का फुटबॉल में जो स्थान है वही स्थान विराट कोहली का क्रिकेट में है और इंग्लैंड के फुटबॉल स्टार को इस बात की खुशी है कि उन्होंने भारत के स्टार क्रिकेटर को एक नई उपलब्धि हासिल करते हुए देखा.
डेविड बैकहम का फुटबॉल में जो स्थान है वही स्थान विराट कोहली का क्रिकेट में है और इंग्लैंड के फुटबॉल स्टार को इस बात की खुशी है कि उन्होंने भारत के स्टार क्रिकेटर को एक नई उपलब्धि हासिल करते हुए देखा.
कोहली ने जब बुधवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप के पहले सेमीफाइनल में 50वां शतक लगाकर सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा तो बैकहम भी वानखेड़े स्टेडियम में मौजूद थे.
कोहली की इस शानदार पारी को करीब से देखने वाले बैकहम ने कहा कि उन्हें इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने पर खुशी है.
बैकहम ने आधिकारिक प्रसारक से कहा,‘‘ इस स्टेडियम में मौजूद होना और एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनना वास्तव में बेहद खुशी की बात है. आप जानते हैं कि मैंने आज सचिन (तेंदुलकर) के साथ कुछ समय बिताया और मैं जानता हूं कि उन्होंने इस स्टेडियम में क्या उपलब्धियां हासिल की हैं. मैं जानता हूं कि उन्होंने अपने देश के लिए और इस खेल में क्या उपलब्धियां हासिल की हैं.’’
उन्होंने कहा,‘‘लेकिन आज विराट को बल्लेबाजी करते हुए देखना वास्तव में अविश्वसनीय रहा. आप स्टेडियम का माहौल देख सकते हैं. मैं पहली बार भारत आया हूं लेकिन सही समय पर यहां आया हूं.’’ बैकहम यूनिसेफ के सद्भावना दूत के रूप में पहली बार भारत के दौरे पर आए हैं.
बता दें कि विराट कोहली बुधवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल के दौरान अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ते हुए खेल के इतिहास में 50 एकदिवसीय शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए.
विराट कोहली ने तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्यूसन की गेंद को स्क्वायर लेग पर खेल कर दो रन के साथ 106 गेंद में अपना शतक पूरा किया. उन्होंने करियर की 279 वीं पारी में शतकों का अर्धशतक पूरा किया. कोहली ने वानखेड़े स्टेडियम में महान तेंदुलकर की मौजूदगी में यह उपलब्धि हासिल की.
खास बात यह है कि 15 नवंबर 1989 को अपने करियर का आगाज करने वाले तेंदुलकर ने इसी मैदान पर 15 नवंबर (2013) को आखिरी बार भारत के लिए बल्लेबाजी की थी. यह टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला गया था.