प्रखर चतुर्वेदी कूच बेहार ट्रॉफी के फाइनल में 400 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं. उन्होंने कर्नाटक की ओर से खेलते हुए मुंबई के खिलाफ यह कारनामा किया है. उनके इस प्रदर्शन से कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया काफी खुश हैं. सिद्धारमैया ने उनकी जमकर तारीफ की है और कहा कि यह राज्य के लिए गर्व की बात है. सिद्धारमैया ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर कर्नाटक अंडर-19 क्रिकेट टीम को 79 वर्षों में पहली बार कूच बिहार ट्रॉफी जीतने के लिए बधाई दी. सीएम ने यह भी उम्मीद जताई कि युवा खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जरूर ऊंची मुकाम हासिल करेंगे.
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सिद्धारमैया ने कही यह बात
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक्स पर लिखा, ’79 वर्षों में पहली बार कूच बेहार ट्रॉफी जीतने के लिए कर्नाटक अंडर-19 क्रिकेट टीम को बधाई. इस जीत ने संक्रांति उत्सव के जश्न को और बढ़ा दिया. सलामी बल्लेबाज प्रखर चतुर्वेदी की नाबाद 404 रन की पारी गर्व की बात है. कर्नाटक टीम ने एक नई उपलब्धि हासिल की. कुल 890 रनों का रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रचा. मुझे पूरी उम्मीद है कि युवा खिलाड़ी निकट भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धि हासिल करेंगे.’
79 ವರ್ಷಗಳಲ್ಲಿ ಮೊದಲ ಬಾರಿಗೆ ಕೂಚ್ ಬಿಹಾರ್ ಟ್ರೋಫಿ ಗೆದ್ದಿರುವ ಕರ್ನಾಟಕದ 19 ವರ್ಷದೊಳಗಿನವರ ಕ್ರಿಕೆಟ್ ತಂಡಕ್ಕೆ ಅಭಿನಂದನೆಗಳು. ಈ ಗೆಲುವು ಸಂಕ್ರಾಂತಿ ಹಬ್ಬದ ಸಂಭ್ರಮವನ್ನು ಹೆಚ್ಚಿಸಿದೆ.
ಆರಂಭಿಕ ಬ್ಯಾಟರ್ ಪ್ರಖರ್ ಚತುರ್ವೇದಿ ಅಜೇಯ 404 ರನ್ ಗಳಿಸಿ ದಾಖಲೆ ನಿರ್ಮಿಸಿರುವುದು ಹೆಮ್ಮೆಯ ಸಂಗತಿಯಾಗಿದೆ.
ಕರ್ನಾಟಕ ತಂಡವು 890… pic.twitter.com/GLTcGxdEeP
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) January 16, 2024
मुंबई के खिलाफ चला प्रखर चतुर्वेदी का बल्ला
सोमवार को कूच बेहार ट्रॉफी में मुंबई के खिलाफ खेलते हुए, चतुर्वेदी ने अंडर-19 क्रिकेटरों के लिए वार्षिक चार दिवसीय टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले की पहली पारी में एक बड़ा स्कोर बनाया. चतुर्वेदी ने कर्नाटक के लिए पारी की शुरुआत की और वह तब तक क्रीज पर खड़े रहे जब तक कि उनकी टीम ने पारी घोषित नहीं कर दी. अपनी रिकॉर्ड बनाने वाली पारी के दौरान, उन्होंने 638 गेंदों का सामना किया और 46 चौके और 3 छक्के की मदद से नाबाद 404 रन बनाए.
कूच बेहार टॉफी का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर
चतुर्वेदी की शानदार पारी के दम पर कर्नाटक ने पारी घोषित करने से पहले अपनी पहली पारी में 223 ओवर में आठ विकेट के नुकसान पर 890 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया. उन्होंने भारत के पूर्व स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह के 24 साल पुराने 358 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. युवराज ने बिहार के खिलाफ 1999 में यह उपलब्धि हासिल की थी. यह टूर्नामेंट के फाइनल में पिछला सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर था. इस ट्रॉफी में अब तक का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर 451 रन का है, जो असम के खिलाफ महाराष्ट्र के विजय जोल ने 2011-12 में बनाया था. लेकिन यह स्कोर फाइनल में नहीं बना था. प्रखर अब दूसरे नंबर पर हैं.