Prithvi Shaw Ranji Trophy: पृथ्वी शॉ भले ही भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं, लेकिन उनका बल्ला घरेलू क्रिकेट में लगातार आग उगल रहा है. पृथ्वी शॉ ने रणजी ट्रॉफी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए एक और बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर लिया है. मुंबई की ओर से खेलते हुए पृथ्वी ने एलिट ग्रुप-बी मैच में असम के खिलाफ रिकॉर्ड 379 रनों की पारी खेली. इस पारी के साथ ही पृथ्वी शॉ रणजी ट्रॉफी के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं.
पृथ्वी शॉ ने इस पारी में 382 गेंदों का सामना करते हुए 379 रन बनाये. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट लगभग 100 के बराबर रहा. उन्होंने अपनी इस पारी में 49 चौके और 4 छक्के जड़े. यह मुकाबला गुवाहाटी के अमीनगांव क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है. हालांकि, पृथ्वी शॉ 400 रन के ऐतिहासिक आंकड़े से चूक गए हैं. उन्हें असम के रियान पराग ने एलबीडब्लू आउट किया. वहीं इस पारी के साथ ही पृथ्वी शॉ ने रणजी ट्रॉफी के दूसरे सबसे बड़ी पारी खेलने वाले संजय मांजरेकर का 32 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. मांजरेकर ने 1991 में मुंबई की ओर से खेलते हुए हैदराबाद के खिलाफ 377 रन जड़े थे.
A rare and special talent- Prithvi Shaw .
Whatever may be the issues that are keeping him away from the team , it’s job of the management to give a chance and have an effective communication with him which helps both him and Team India. pic.twitter.com/kD9kmMRUGX— Venkatesh Prasad (@venkateshprasad) January 11, 2023
23 साल के पृथ्वी शॉ इस मैच में रणजी ट्राफी में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड बनाने से चूक गए. यह रिकॉर्ड भाऊसाहेब निंबालकर के नाम दर्ज है. निंबालकर ने 1948-49 में महाराष्ट्र की ओर से खेलते हुए काठीवाड़ के खिलाफ 443 रन की नाबाद पारी खेली थी. हालांकि शॉ ने अपनी इस पारी के चलते कई दिग्गजों के रणजी ट्रॉफी के सर्वोच्च स्कोर को पार कर दिया. उन्होंने विजय मर्चेंट (359), वीवीएस लक्ष्मण (353), चेतेश्वर पुजारा (352) और सुनील गावस्कर (340) जैसे दिग्गजों को पछाड़ा.
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पृथ्वी शॉ ने अपनी शानदार बल्लेबाजी के बदौलत घरेलू क्रिकेट में एक अनोखा रिकॉर्ड कायम किया है. वह पहले ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक, विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक और रणजी ट्रॉफी में तिहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड किया है. फिलहाल पिछले एक साल से पृथ्वी शॉ घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं, हालांकि इसके बावजूद उन्हें भारतीय टीम में जगह नहीं मिल सकी है. पृथ्वी शॉ ने अपनी पारी से बीसीसीआई सेलेक्टर्स को भी मुंहतोड़ जवाब दिया है.
1. बीबी निम्बालकर- 443* रन, महाराष्ट्र बनाम काठियावाड़ (1948)
2. पृथ्वी शॉ- 379 रन, मुंबई बनाम असम (2023)
3. संजय मांजरेकर – 377 रन, बंबई बनाम हैदराबाद (1991)
4. एमवी श्रीधर- 366 रन, हैदराबाद बनाम आंध्रा (1994)
5. विजय मर्चेंट- 359* रन, बंबई बनाम महाराष्ट्र (1943) और सुमित गोहेल- 359* रन, गुजरात बनाम ओडिशा (2016)