R Ashwin Retirement: भारत के स्टार ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) के संन्यास के पीछे की कहानी और भी ज्यादा पेंचिदा हो गई, जब स्पिनर गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया का दौरा बीच में छोड़कर भारत लौट गए. अश्विन का चेन्नई एयरपोर्ट पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया. यहां तक कि अश्विन के मां और पिता भी एयरपोर्ट पर मौजूद थे और दोनों ने माना कि ये खबर उनके लिए भी उतनी ही चौंकाने वाली थी, जितना दुनिया के उनके फैंस के लिए थी.
R Ashwin Retirement: क्या सच में हुआ था अश्विन का अपमान
अब रविचंद्रन अश्विन के पिता ने यह कहकर सभी को चौंका दिया है कि रिटारमेंट का कारण अपमान भी हो सकता है. उन्होंने न्यूज 18 से कहा, ‘संन्यास लेना उनकी चाहत है. मैं इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकता, लेकिन, जिस तरह से उन्होंने यह फैसला किया उसके कई कारण हो सकते हैं. यह केवल अश्विन ही जानते हैं, शायद अपमान के कारण ऐसा हुआ हो.’
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— BCCI (@BCCI) December 18, 2024
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R Ashwin Retirement: अश्विन के फैसले से पिता को लगा झटका
अश्विन के पिता ने कहा, ” इस बारे में मुझे भी आखिरी समय में पता चला. उसके दिमाग में क्या चल रहा था, मुझे नहीं पता. उसने बस घोषणा कर दी. मैंने भी इसे पूरी खुशी के साथ स्वीकार कर लिया. मेरे मन में इसके लिए कोई भावना नहीं थी. लेकिन जिस तरह से उसने संन्यास लिया, उससे एक तरफ मैं बहुत खुश था, दूसरी तरफ मैं खुश नहीं था क्योंकि उसे खेलना जारी रखना चाहिए था. इसमें कोई संदेह नहीं है कि परिवार के लिए यह भावनात्मक क्षण है, क्योंकि वह 14-15 वर्षों तक मैदान पर थे. अचानक संन्यास ने हमें वास्तव में चौंका दिया.”
R Ashwin Retirement: पहले और तीसरे टेस्ट में बेंच पर रहे अश्विन
अश्विन पिछले एक दशक से अपने खेल के शीर्ष पर थे, खासकर टेस्ट क्रिकेट में. उन्होंने अपने करियर का अंत देश के लिए दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में किया. अश्विन के पिता को लगता है कि वह खेलना जारी रख सकते थे. अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुलाबी गेंद के टेस्ट में ही हिस्सा लिया था, जिसमें उन्होंने वॉशिंगटन सुंदर की जगह ली थी. ब्रिसबेन में तीसरे टेस्ट में अश्विन फिर से बेंच पर बैठे और उनकी जगह रवींद्र जडेजा को टीम में शामिल किया गया.