राहुल द्रविड़ के आते ही टीम इंडिया में लौटी सुनहरी परंपरा, विराट कोहली- रवि शास्त्री के समय लगा था ब्रेक
भारत बनाम न्यूजीलैंड के पहले टेस्ट में कोच राहुल द्रविड़ ने भारतीय क्रिकेट की एक पुरानी पंरपरा फिर से शुरु करवायी है.
IND vs NZ Test: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने भारतीय क्रिकेट को निखारने का शानदार काम किया है. इससे पूरी दुनिया में उनकी वाहवाही हो रही है. यही कारण है कि उन्हें रवि शास्त्री के बाद टीम इंडिया का कोच बनाया गया. वहीं राहुल द्रविड़ के कोच बनते ही भारतीय क्रिकेट में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है. भारतीय क्रिकेट की एक सुनहरी परंपरा लौट आई है. एक बार फिर से डेब्यू करने वाले क्रिकेटर्स को कैप देने के लिए दिग्गज बुलाए जाने लगे हैं.
🎥 A moment to cherish for @ShreyasIyer15 as he receives his #TeamIndia Test cap from Sunil Gavaskar – one of the best to have ever graced the game. 👏 👏#INDvNZ @Paytm pic.twitter.com/kPwVKNOkfu
— BCCI (@BCCI) November 25, 2021
बता दें कि कानपुर में भारत-न्यूजीलैंड के बीच पहला टेस्ट मैच खेला जा रहा है. इस टेस्ट में टीम इंडिया के स्टाइलिश खिलाड़ी श्रेयस अय्यर को डेब्यू का मौका मिला. पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने गुरुवार को श्रेयस अय्यर को भारत की ‘टेस्ट कैप’ प्रदान की. इस तरह राहुल द्रविड़ ने भारतीय क्रिकेट की पुरानी परंपरा फिर से जीवंत कर दी. द्रविड़ ने गावस्कर को इस विशेष कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था. बता दें कि पहले डेब्यू कर रहे खिलाड़ियों को कैप देने के लिए दिग्गज क्रिकेटर्स को बुलाया जाता था. बाद में विराट कोहली की कप्तानी का दौर आया तो इसमें बदलाव आया. टीम के सीनियर खिलाड़ी ही कैप दे दिया करते थे. द्रविड़ के आते ही यह परंपरा बदल गई है.
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इससे पहले टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ ही अपने घर में 3 टी-20 की सीरीज खेली थी, जिसमें क्लीन स्वीप किया था. इस सीरीज में तेज गेंदबाज हर्षल पटेल ने अपना डेब्यू किया था. तब द्रविड़ ने पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर को आमंत्रित कर उनके हाथों से हर्षल को डेब्यू कैप दिलाई थी. वहीं अगर मैच की बात करे तो पहले टेस्ट में टीम इंडिया मजबूत स्थिति में नजर आ रही है. मैच के पहले दिन भारते के नाम रहा. रविन्द्र जडेजा और श्रेयस अय्यर ने शानदार बल्लेहाजी की. जडेजा और अय्यर ने कीवी टीम को मैच में वापसी को कोई मैका ही नहीं दिया.