रणजी ट्रॉफी में रेलवे की टीम! जानें कैसे होता है इसका चयन और कैसे बन सकते हैं इसका हिस्सा

Ranji Trophy: इस बार रणजी ट्रॉफी का दिल्ली बनाम रेलवे का मैच काफी चर्चा में है. कारण हैं स्टार बल्लेबाज विराट कोहली. लेकिन रणजी ट्रॉफी में रेलवे की टीम कैसे चुनी जाती है, अगर आपके मन में भी यह सवाल है तो हम आपको बता रहे हैं, इसकी पूरी डीटेल.

By Anant Narayan Shukla | January 31, 2025 9:33 AM

Ranji Trophy: विराट कोहली ने हाल ही में अपनी उपस्थिति घरेलू क्रिकेट में दर्ज कराई है. लगभग 13 साल बाद स्टार बल्लेबाज दिल्ली की अपनी घरेलू टीम के लिए रणजी ट्रॉफी मैच खेल रहे हैं. उनके लिए खेल प्रशंसकों की दीवानगी इस हद तक है, कि लोगों ने 3 बजे रात से ही लाइन लगाना शुरू कर दिया था. 30 जनवरी से शुरू हुए इस मैच में दिल्ली का सामना रेलवे के खिलाफ हो रहा है. रणजी ट्रॉफी में रेलवे की टीम से मैच हो रहा है और अगर आपके मन में भी सवाल उठ रहा है कि रेलवे अपनी टीम कैसे चुनता है, तो हम आपको बता रहे हैं, कि रेलवे के लिए आप कैसे खेल सकते हैं.

11 अक्टूबर 2024 से शुरू हुआ रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट मार्च 2025 तक चलेगा. बीसीसीआई का यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट अपने 90वां संस्करण में है. इस बार इस ट्रॉफी में कुल 38 टीमें हैं, जिन्हें दो प्लेट में बांटा गया है- एलीट श्रेणी और प्लेट श्रेणी. एलीट श्रेणी को चार ग्रुप में बांटा गया है और रेलवे ग्रुप डी में अन्य 7 टीमों के साथ है. रेलवे के साथ ही इस टूर्नामेंट में सर्विसेज की टीम भी होती है, जो भारतीय सेना द्वारा चुनी गई होती है. 

हर क्षेत्र में खेल कोटा होता है, खासतौर पर सरकारी संस्थानों में जैसे रक्षा, सेना और रेलवे आदि. जो खिलाड़ी किसी स्तर पर खेल चुके होते हैं, उन्हें नौकरी या वहां से खेलने का मौका मिलता है. रेलवे क्रिकेट टीम भारतीय रेलवे का प्रतिनिधित्व करती है, जबकि सर्विसेज टीम सशस्त्र बलों (आर्मी, नेवी, एयरफोर्स) का प्रतिनिधित्व करती है. इनकी अपनी-अपनी टीमें रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लेती हैं. सर्विसेज और रेलवे अपनी टीम का सेलेक्शन करने के लिए निम्न नियमों को ध्यान में रखता है.

रणजी ट्रॉफी में रेलवे टीम के लिए

रेलवे टीम आमतौर पर उन खिलाड़ियों से बनी होती है जो भारतीय रेलवे में कार्यरत होते हैं, चाहे वे नियमित भर्ती के माध्यम से आए हों या खेल कोटा के तहत नियुक्त किए गए हों. रेलवे टीम में ज्यादातर रेलवे के कर्मचारी ही होते हैं, लेकिन रेलवे कुछ अन्य खिलाड़ियों को भी चयनित करता है. रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (RSPB) ट्रायल आयोजित करता है और रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और अन्य घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंटों से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को खोजता है.

  1. पहला तरीका (ट्रायल के माध्यम से चयन)
    रेलवे समय-समय पर ट्रायल आयोजित करता है। अगर आप ट्रायल में चयनित होते हैं, तो रेलवे आपको नौकरी प्रदान करता है और आप खेल कोटे के तहत रेलवे टीम से क्रिकेट खेल सकते हैं. ट्रायल में भाग लेने के लिए रेलवे कर्मचारी होना जरूरी नहीं है, कोई भी इसमें भाग ले सकता है.
  1. दूसरा तरीका (स्थानीय स्तर से चयन)
    आप किसी क्रिकेट अकादमी से जुड़ सकते हैं, जहां से आपको स्थानीय मैच खेलने का मौका मिलेगा. इसके बाद, जब आप जिला स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करेंगे, तो रेलवे आपको अपनी टीम से खेलने का मौका दे सकता है.

टीम में क्या हैं चयन के मानदंड 

खिलाड़ियों का चयन घरेलू क्रिकेट में उनके प्रदर्शन और फिटनेस के आधार पर किया जाता है. चयनकर्ताओं का एक पैनल, जिसमें आमतौर पर पूर्व क्रिकेटर या कोच शामिल होते हैं, टीम का चयन करता है.  क्रिकेट (या अन्य खेलों) में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी भारतीय रेलवे में खेल कोटा के तहत नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं. इन पदों में तकनीकी या गैर-तकनीकी भूमिकाएं शामिल हो सकती हैं. खिलाड़ी को कम से कम 3 वर्षों तक क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने का अनुभव होना चाहिए. साथ ही खिलाड़ी को मानसिक और शारीरिक रूप से फिट होना चाहिए. 

रेलवे सेवा खेल कोटा के माध्यम

रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) इन पदों के लिए परीक्षाएं आयोजित करता है. खेल कोटा के तहत नियुक्ति के लिए, खिलाड़ियों का चयन राष्ट्रीय स्तर पर उनके खेल प्रदर्शन और बुनियादी शैक्षिक योग्यता को पूरा करने के आधार पर किया जा सकता है.

फिटनेस और ट्रायल कैसे तय होता है

खेल कोटा के तहत आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को क्रिकेट में अपनी योग्यता और समग्र फिटनेस साबित करने के लिए फिटनेस टेस्ट और परफॉर्मेंस ट्रायल से गुजरना पड़ता है. चयनित खिलाड़ियों को रणजी सीजन के लिए फिटनेस, कौशल और टीम रणनीति पर ध्यान केंद्रित करते हुए विशेष कोचिंग और प्रशिक्षण दिया जाता है.

सर्विसेज टीम का चयन प्रक्रिया

सर्विसेज क्रिकेट टीम भारतीय सशस्त्र बलों (आर्मी, नेवी, एयरफोर्स) के खिलाड़ियों से बनी होती है. इस टीम में खेलने के लिए खिलाड़ी को सेना, नौसेना या वायुसेना का हिस्सा बनना पड़ता है और इंटर-सर्विसेज क्रिकेट टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करना होता है. सर्विसेज टीम में खेलना थोड़ा कठिन होता है क्योंकि चयन प्रक्रिया जटिल होती है और इसके लिए खिलाड़ियों को खेल कोटे के तहत सेना में भर्ती होना पड़ता है.

दिल्ली और रेलवे की टीम का कैसा रहा पहले दिन का हाल

स्टार बल्लेबाज विराट कोहली की 13 साल बाद रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट में वापसी से विशेष बने मैच में रेलवे के उपेंद्र यादव ने 95 रन की आकर्षक पारी खेल कर दिल्ली को गुरुवार को यहां शुरू में विकेट लेने का बहुत अधिक फायदा नहीं उठाने दिया.रेलवे की टीम ने पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद अपनी पहली पारी में 241 रन बनाए.

दिल्ली ने पहले दिन का खेल समाप्त होने के समय तक अपनी पहली पारी में एक विकेट पर 41 रन बनाए थे. नवदीप सैनी, सिद्धांत शर्मा और मनी ग्रेवाल की तेज गेंदबाजी तिकड़ी ने सुबह की परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए पहले सत्र में रेलवे का स्कोर पांच विकेट पर 66 रन कर दिया. इसके बाद उपेंद्र और अनुभवी स्पिनर कर्ण शर्मा (50) ने छठे विकेट के लिए 104 रन की साझेदारी करके रेलवे को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया.

कोहली की उपस्थिति के कारण 12000 से अधिक दर्शक स्टेडियम में पहुंचे थे. दिल्ली ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और इस कारण कोहली को पहले दिन बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला. उपेंद्र ने हालांकि दर्शकों के सामने अपनी प्रतिभा का शानदार परिचय दिया.

दिल्ली की तरफ से सैनी और ग्रेवाल ने क्रमशः 18 और 17 ओवर किए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सिद्धांत ने नौ ओवर किए। सैनी और सिद्धांत ने तीन-तीन जबकि ग्रेवाल ने दो विकेट लिए. दिन का आकर्षण हालांकि कोहली थे और उन्होंने रेलवे की पारी के दौरान मैदान पर रहकर दर्शकों के साथ-साथ अपनी टीम के खिलाड़ियों का हौसला भी बढ़ाया. वह अधिकतर समय स्लिप में खड़े रहे. कोहली आज शुक्रवार को बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे और आज अधिक दर्शकों के स्टेडियम में पहुंचने की संभावना है.

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