कोलकाता : तीन दशक से अधिक समय बाद रणजी ट्रॉफी जीतने की बंगाल की उम्मीदों को करारा झटका देते हुए तेज गेंदबाजों जयदेव उनादकट और चेतन सकारिया ने फाइनल मैच के पहले ही दिन गुरुवार को सौराष्ट्र का पलड़ा भारी कर दिया. बंगाल की टीम पहले दिन ही 174 रन पर आउट हो गयी. स्पिन हरफनमौला शाहबाज अहमद (69) और विकेटकीपर अभिषेक पोरेल (50) अगर अर्धशतक नहीं जमाते तो बंगाल की स्थिति और खराब होती.
दोनों ने सातवें विकेट के लिये 101 रन की साझेदारी करके सौराष्ट्र के गेंदबाजों को करीब चार घंटे तक परेशान किया. बायें हाथ के स्पिनर धर्मेंद्र सिंह जडेजा ने दोनों को पवेलियन भेजा. पहले दिन का खेल समाप्त होने पर सौराष्ट्र ने दो विकेट पर 81 रन बना लिये थे और वह बंगाल से 93 रन पीछे था. फॉर्म में चल रहे सलामी बल्लेबाज हार्विक देसाई (38) और सकारिया (दो) क्रीज पर थे. सौराष्ट्र ने जय गोहिल (छह) और विश्वराज जडेजा (25) के विकेट गंवा दिये.
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वहीं, टेस्ट टीम से रिलीज किये जाने के बाद वापसी कर रहे उनादकट ने 44 रन देकर तीन विकेट लिये. उन्होंने पहले स्पैल में पांच ओवर में सात रन देकर दो विकेट चटकाये थे. सकारिया ने 33 रन देकर तीन विकेट लिये. पहले आधे घंटे के खेल में ही बंगाल के चार बल्लेबाज पवेलियन में थे जब स्कोर बोर्ड पर 17 रन टंगे थे. बंगाल की आधी टीम सवा घंटे के भीतर 34 के स्कोर पर आउट हो चुकी थी. सौराष्ट्र के तीसरे तेज गेंदबाज चिराग जानी ने भी दो विकेट लिये.
इससे पहले उनादकट ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया जो उन्होंने और सकारिया ने सही साबित कर दिखाया. बंगाल के बल्लेबाज गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट होते चले गये. पारी की पांचवीं गेंद पर ही उनादकट ने अभिमन्यु ईश्वरन को आउट किया. फाइनल के जरिये पदार्पण कर रहे सुमंत गुप्ता भी दबाव नहीं झेल सके और एक रन बनाकर आउट हो गये. सकारिया ने सुदीप कुमार घारामी को दो गेंद बाद आउट किया.
मेजबान कप्तान मनोज तिवारी को उनादकट ने एक के स्कोर पर गली में लपकवाया. इस सत्र में बंगाल के लिये सर्वाधिक रन बनाने वाले अनुस्तूप मजूमदार भी ज्यादा देर टिक नहीं सके. पांच विकेट जल्दी गिरने के बाद शाहबाज और पोरेल ने पारी को संभालने की कोशिश की और टीम को शर्मनाक स्कोर पर सिमटने से बचाया.