Rohit Sharma: रविवार को वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई के कई दिग्गज भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी एकत्रित हुए और इस स्थल की 50वीं वर्षगांठ मनाई गई. इस कार्यक्रम में एक विशेष कार्यक्रम भी शामिल था, जिसमें मुंबई के पूर्व और वर्तमान महान क्रिकेटरों ने ऐतिहासिक स्थल पर खेलने की अपनी यादें साझा कीं. मंच पर आमंत्रित दिग्गजों में सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, रवि शास्त्री, रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे शामिल थे. इसी दौरान रोहित शर्मा के सीनियर खिलाड़ी रवि शास्त्री के सम्मान देने के अंदाज ने सोशल मीडिया पर फैंस को आकर्षित किया.
वानखेड़े स्टेडियम के मंच पर बैठने की व्यवस्था तीन भागों में विभाजित थी: दाएं, बीच में और बाएं. जब रवि शास्त्री मंच पर आए, तो उन्होंने बाईं ओर की सीट चुनी. कुछ ही देर बाद रोहित शर्मा पहुंचे और सम्मान और गर्मजोशी से भरे अंदाज में भारतीय कप्तान ने शास्त्री से बीच की सीट पर जाने का रिक्वेस्ट किया. रवि शास्त्री ने रोहित शर्मा के इस सम्मान भाव का पूरी तरह स्वागत करते हुए बीच की सीट ली. तब से सोशल मीडिया पर कई लोगों ने शास्त्री के प्रति उनके सम्मानपूर्ण व्यवहार की प्रशंसा की है. रोहित शास्त्री के मुख्य कोच के रूप में भारतीय टीम के अहम सदस्यों में से एक थे.
टी20 विश्वकप में जीत के बाद हुए जश्न को किया याद
इसी कार्यक्रम में रोहित ने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले विदाई संदेश भेजने के लिए कहे जाने के बाद प्रशंसकों को संबोधित किया. भारतीय कप्तान ने कहा कि टीम वानखेड़े स्टेडियम में “ट्रॉफी वापस लाने” के लिए “हर संभव कोशिश” करेगी. जब भारत ने पिछले साल टी20 विश्व कप जीता था, तो बीसीसीआई ने उसी स्थान पर जीत का जश्न मनाया था, जिसमें विजेता टीम के हर सदस्य ने हिस्सा लिया था. स्टेडियम के रास्ते में मरीन ड्राइव पर एक खुली छत वाली बस परेड भी निकाली गई थी, जिसमें बड़ी संख्या में प्रशंसक शामिल हुए थे.
रवि शास्त्री ने निराले अंदाज में याद किए अपने पुराने दिन
इस मौके पर रवि शास्त्री ने भी अपने पुराने दिन याद किए. जब उन्होंने इसी मैदान पर छह छक्के मारे थे. रवि शास्त्री ने 1985 में रणजी ट्रॉफी के मैच में बड़ौदा के गेंदबाज तिलक राज के ओवर में छह छक्के लगाए थे. वे वेस्टइंडीज के गारफील्ड सोबर्स के बाद दूसरे बल्लेबाज बने थे. रवि ने अपने कमेंट्री वाले अंदाज में इसकी कहानी सुनाई.
फॉर्म वापसी के लिए रोहित शर्मा ने घरेलू क्रिकेट में बढ़ाया कदम
रोहित वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया के निराशाजनक दौरे के बाद मुंबई राज्य टीम के साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं, जहाँ वे पाँच पारियों में केवल 31 रन ही बना सके. इसके बाद उनके संन्यास की खबरें उड़ने लगी थीं. लेकिन बीसीसीआई ने उन पर विश्वास जताते हुए चैंपियंस ट्रॉफी की कमान एकबार फिर उनके हाथ में सौंपी है. रोहित सीमित ओवरों के सीजन से पहले सफेद गेंद से प्रशिक्षण ले रहे हैं, जिसमें भारत चैंपियंस ट्रॉफी से पहले तीन वनडे मैचों में इंग्लैंड से खेलेगा. भारतीय कप्तान इंग्लैंड के खिलाफ वनडे के दौरान अपनी फॉर्म को फिर से हासिल करने का लक्ष्य रखेंगे. इसके लिए रोहित ने घरेलू क्रिकेट में भी वापसी करते हुए रणजी ट्रॉफी मैचों के लिए अपनी उपलब्धता स्पष्ट कर दी है.