सचिन तेंदुलकर ने विक्की कौशल की फिल्म ‘सैम बहादुर’ की जमकर की तारीफ, कह दी यह बात

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलका को विक्की कौशल की नई फिल्म सैम बहादुर काफी पसंद आई है. उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी समीक्षा की है. उन्होंने कहा कि सैम बहादुर को अच्छी तरह जानने के लिए हर युवा को यह फिल्म देखनी चाहिए.

By AmleshNandan Sinha | December 4, 2023 10:05 PM
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विक्की कौशल की नई फिल्म सैम बहादुर ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है. पिछले हफ्ते रिलीज होने के बाद से फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर रफ्तार पकड़ ली है. रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म ने महज तीन दिनों में 25.55 करोड़ रुपये की कमाई की है. हालांकि फिल्म को रणबीर कपूर स्टारर एनिमल से कड़ी टक्कर मिल रही है. दोनों ही फिल्मों को जहां प्रशंसकों और समीक्षकों से समान रूप से प्यार मिल रहा है, वहीं भारत के पूर्व स्टार बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी मंत्रमुग्ध हो गए हैं. उन्होंने फिल्म में विक्की कौशल के किरदार की जमकर सराहना की है.

सचिन ने किया पोस्ट

सोशल मीडिया पर सचिन तेंदुलकर ने विक्की कौशल के लिए एक भावुक कर देने वाला नोट लिखा और स्टार अभिनेता के साथ कुछ तस्वीरें भी शेयर कीं. तेंदुलकर ने लिखा, सैम बहादुर को पसंद करता हूं. हमारे देश के इतिहास को जानने और फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के साहस और बलिदान को समझने के लिए सभी पीढ़ियों को यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए. विक्की कौशल ने इतना अच्छा अभिनय किया है कि ऐसा लगता है कि सैम बहादुर बिल्कुल सामने हैं और हम में से एक हैं.’

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भारत-पाकिस्तान जंग पर आधारित है फिल्म

सैम बहादुर फिल्म सैम मानेकशॉ के जीवन पर आधारित एक बायोपिक है, जो 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारतीय सेना के सेनाध्यक्ष थे. उन्हें पहले भारतीय सेना अधिकारी होने का गौरव भी प्राप्त है. उन्हें फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया था. फिल्म का निर्देशन मेघना गुलजार ने किया है. फिल्म को शुक्रवार एक दिसंबर को शानदार समीक्षा मिली.

फिल्म को हो रही तारीफ

फिल्म समीक्षक सैबल चटर्जी ने एनडीटीवी के लिए अपनी समीक्षा में सैम बहादुर को 5 में से 3.5 स्टार रेटिंग दी और उन्होंने लिखा कि सैम बहादुर को विक्की कौशल के रूप में वर्णित करना आसान होगा. क्योंकि यह वह है जो फिल्म के हर प्रमुख दृश्य पर हावी है. लेकिन मेघना गुलजार ने महत्वाकांक्षा और संयम के बीच जो अच्छा संतुलन बनाया है, उसके बिना इसकी भावनात्मक अदायगी इतनी उल्लेखनीय नहीं होती.

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