India Open Badminton 2022: सात्विक-चिराग की जोड़ी पहली बार बनी इंडिया ओपन चैम्पियन
सात्विक-चिराग की जोड़ी इंडिया ओपन जीतने वाली देश की पहली पुरुष युगल जोड़ी बन गई.
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी (Satwiksairaj Rankireddy ) और चिराग शेट्टी (Chirag Shetty) की जोड़ी इंडोनेशिया के तीन बार के विश्व चैंपियन मोहम्मद अहसान और हेंड्रा सेतियावान की जोड़ी पर सीधे गेम में शानदार जीत दर्ज करते हुए योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन (India Open Badminton 2022) का खिताब जीता. इसके साथ ही सात्विक-चिराग की जोड़ी इंडिया ओपन जीतने वाली देश की पहली पुरुष युगल जोड़ी बन गई.
विश्व रैंकिंग में 10वें स्थान पर काबिज इस भारतीय जोड़ी ने शीर्ष वरीयता प्राप्त इंडोनेशिया की जोड़ी को 43 मिनट में 21-16 26-24 से हराकर नये सत्र की शानदार शुरुआत की. इस भारतीय जोड़ी इससे पहले 2019 में थाईलैंड में अपना पहला सुपर 500 टूर्नामेंट जीता था.
इस मैच से पहले इंडोनेशिया की इस जोड़ी के खिलाफ सात्विक और चिराग चार मुकाबलों में सिर्फ एक जीत दर्ज कर सके थे. कोरोना जांच में गलत पॉजिटिव नतीजे के कारण टूर्नामेंट से बाहर होने के खतरे का सामना करने के बाद इस जोड़ी ने खिताब जीतकर मजबूत मानसिकता का परिचय दिया है.
इस जीत से वे व्यस्त सत्र से पहले महत्वपूर्ण रैंकिंग अंक हासिल करने में सफल रहे. यह रैंकिंग अंक राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों जैसे आयोजन के लिए क्वालीफाई करने के लिए अहम होंगे. भारतीय जोड़ी ने मैच की सकारात्मक शुरुआत की लेकिन इंडोनेशिया की जोड़ी ने शानदार वापसी की. पहले ब्रेक के पास भारतीय जोड़ी के पास दो अंकों की बढ़त थी.
उन्होंने इसके बाद अपनी बढ़त को 18-13 किया और फिर शुरुआती गेम अपने नाम कर लिया. दूसरे गेम में अहसन और सेतियावान ने 9-6 की बढ़त बना ली लेकिन ब्रेक के समय भारतीय जोड़ी ने 11-10 की बढ़त हासिल कर ली. सात्विक और चिराग ने अपनी बढ़त को 15-13 कर लिया.
विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज जोड़ी ने इसके बाद स्कोर को 17-17 और 19-19 से बराबर किया. इसके बाद दोनों जोड़िया लगातार अंक जुटाने में कामयाब रही. कड़े मुकाबले के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने मजबूत मानसिकता दिखायी और जीत दर्ज करने में सफल रहे. दोनों की जोड़ी 2019 में थाईलैंड ओपन में जीत दर्ज करने के साथ फ्रेंच ओपन सुपर 750 (2019) के फाइनल में पहुंची थी.
दोनों ने 2018 में हैदराबाद ओपन सुपर 100 टूर्नामेंट में जीत दर्ज की थी. इस जोड़ी ने सैयद मोदी इंटरनेशनल में उपविजेता रहने के अलावा गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक अपने नाम किया था. भारतीय जोड़ी ने पिछले साल तोक्यो ओलंपिक के लिए भी क्वालीफाई किया था, लेकिन तीन में से दो मुकाबले जीतने के बावजूद वे ग्रुप चरण को पार नहीं कर पाए थे.