शिखर धवन ने की विराट कोहली की जमकर तारीफ, बताया बेहद मजबूत आत्मविश्वास वाला खिलाड़ी
टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने पूर्व कप्तान विराट कोहली की जमकर तारीफ की है. उन्होंने विराट को बहुत ही मजबूत आत्मविश्वास वाला खिलाड़ी बताया. उन्होंने कहा कि विराट की इच्छाशक्ति काफी मजबूत है. उन्होंने खराब दौर में भी अनुशासन नहीं छोड़ा और बाद में लय हासिल की.
घरेलू सीरीज में दिल्ली के लिए विराट कोहली के साथ लंबे समय तक खेलने वाले शिखर धवन ने उनके 34वें जन्मदिन पर कहा कि अनुशासन, सकारात्मकता और अपनी काबिलियत पर भरोसा ऐसी चीजें हैं जो उन्हें बाकियों से अलग करती हैं. लंबे समय तक बल्लेबाजी में खराब दौर देखने वाले कोहली ने मौजूदा टी20 विश्व कप में फॉर्म में वापसी करते हुए तीन आक्रामक अर्धशतकीय पारियां खेलीं जिसमें सबसे शानदार पारी भारत के टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ रही.
विराट कोहली ने मनाया 34वां जन्मदिन
शिखर धवन ने शनिवार को यहां ‘इंडिया टुडे कान्क्लेव’ में कहा, ‘विराट कोहली इस टूर्नामेंट में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, उसे बहुत बहुत बधाई. उसे जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनायें. भारत सही समय पर बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है और मैं टीम की जीत की उम्मीद कर रहा हूं.’ धवन ने कहा, ‘विराट बहुत मजबूत आत्मविश्वास वाला खिलाड़ी है, जब आप उससे बात करो तो वह बहुत सकारात्मक रहता है. यह सब निर्भर करता है कि आप खुद को किस तरह से लेते हो.
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कोहली प्रतिक्रियाओं पर नहीं देते ध्यान
धवन ने कहा कि आप अपने बेहतरीन दोस्त हो सकते हो या फिर अपना ही शिकार हो सकते हो, यह पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि वह बहुत ही अनुशासित भी है, वह पहले सबकुछ खाता था और काफी मोटा हो गया था लेकिन उसने अपनी इच्छाशक्ति से यह पूरी तरह से बदल दिया. इसके साथ उसके कौशल ने उसे सफलता दिलायी. पूर्व भारतीय कप्तान की पाकिस्तान के खिलाफ पारी के बारे में पूछने पर धवन ने कहा कि कोहली जैसे खिलाड़ी के लिये आलोचकों पर ध्यान देने के बजाय प्रक्रिया का अनुसरण करना ज्यादा महत्वपूर्ण था.
खराब प्रदर्शन के बाद होता है तनाव
कोहली की प्रतिक्रिया के बारे में बात करते हुए धवन ने कहा, ‘जब कोई अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा होता तो आप काफी तनाव से गुजरते हो. आप गहराई में जाते हो और आत्मचिंतन से गुजरते हो. जीवन का हर चरण आपको कुछ ना कुछ सिखाता है और यह मंजिल के बारे में नहीं बल्कि आपकी यात्रा के बारे में होता है. जब एक व्यक्ति इसे महसूस करते हो कि यह यात्रा के बारे में है तो यह और ज्यादा मजेदार हो जाता है.’