इस वजह से सबसे तेज गेंदबाजी कर पाते थे Shoaib Akhtar, राज से उठाया पर्दा
Shoaib Akhtar की सबसे तेज गेंदबाजी का रिकॉर्ड आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है और शायद ये इस क्रिकेट इतिहास में लंबे समय तक अमर रहेगी. अपने सबसे तेज गेंदबाजी के अपर बात करते हुए अख्तर ने बताया था कि उन्हें सबसे तेज गेंद डालने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी थी. तो चलिए जानते हैं कैसे बने शोएब अख्तर सबसे तेज गेंदबाज.
Shoaib Akhtar: क्रिकेट इतिहास में कई महान दिग्गज गेंदबाज आए. इनमें से कई गेंदबाज ऐसे थे जो अपने आधे से अधिक मैच में 150 या उसे अधिक किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं. ब्रेट ली से लेकर शॉन टेट और शेन बॉन्ड की घातक गेंदबाजी के सामने अच्छे-अच्छे बल्लेबाज घुटने टेक दिए. मगर हम सभी जानते हैं कि शोएब अख्तर की सबसे तेज गेंदबाजी का रिकॉर्ड आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है और शायद ये इस क्रिकेट इतिहास में लंबे समय तक अमर रहेगी. अपने सबसे तेज गेंदबाजी के अपर बात करते हुए अख्तर ने बताया था कि उन्हें सबसे तेज गेंद डालने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी थी. तो चलिए जानते हैं कैसे बने शोएब अख्तर सबसे तेज गेंदबाज.
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Shoaib Akhtar: ट्रक को कंधों से खींचते थे शोएब अख्तर
पाकिस्तान के दिग्गज तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने एक इंटरव्यू के दौरन बनाता कि जब कोई गेंदबाज 155 किमी प्रतिघंटा की गेंद फेंकता है तो उसकी रफ्तार में 5 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार बढ़ाए जाने की गुंजाइश रहती है. उन्होंने कहा, ‘मैंने टायर बांध कर भागना शुरू कर दिया था, लेकिन वो मुझे हल्के महसूस होने लगे थे. इसलिए मैंने छोटी गाड़ियों को कंधों से खींचना शुरू किया. चूंकि इस्लामाबाद में कम लोग हैं, इसलिए मैं रात में गाड़ी खींचा करता था. मैं उसी रफ्तार से भागने का पूरा प्रयास करता था जिस रफ्तार से रन-अप में भागता था. उसके बाद मैंने ट्रक खींचने शुरू किए और उन्हें 4-5 मील तक खींचा करता था.’
Shoaib Akhtar: 26 यार्ड की पिच पर की गेंदबाजी
इंटरव्यू के दौरान अख्तर ने बताया कि वो रफ्तार में बढ़ोतरी के लिए 22 यार्ड के बजाय 26 यार्ड की पिच पर गेंदबाजी किया करते थे. अख्तर ने बताया, ‘जब मैंने 26 यार्ड की पिच पर गेंदबाजी करनी शुरू की, तब मेरी रफ्तार नीचे गिर कर 142-143 किमी प्रतिघंटा पर आ गई थी. लंबी पिच पर मेरा लक्ष्य 150 की रफ्तार हासिल करने का था. उन दिनों मेरी मसल्स बहुत बढ़िया शेप में हुआ करती थीं और मैंने पुरानी गेंदों से बॉलिंग करनी शुरू की. मैं पुरानी गेंदों से स्टंप को हिट करने का प्रयास किया करता था.’
Shoaib Akhtar: वर्ल्ड कप 2003 में शोएब ने डाली थी सबसे तेज गेंद
आपकी जानकारी के लिए बता दें, शोएब अख्तर ने साल 2003 में खेले गए वर्ल्ड कप में क्रिकेट इतिहास का सबसे तेज गेंद डाला था. इनसे पहले इस लिस्ट में पहले स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेफरी थॉमप्सन काबिज थे. थॉमप्सन ने 1975 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 160.6 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद की. 2003 वर्ल्ड कप से पूर्व अख्तर ने अपने साथी खिलाड़ी सकलैन मुश्ताक और अजहर महमूद से वादा किया था कि वो रिकॉर्ड जरूर तोड़ेंगे.
Shoaib Akhtar: मेरी हालत बहुत बुरी होने वाली है: शोएब अख्तर
किये गए वादे के अनुसार शोएब अख्तर ने साल 2003 में इंग्लैंड के खिलाफ 161.3 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद फेंक कर गेंदबाजी का यह ऐतिहासिक रिकॉर्ड तोड़ दिया. मगर चोटिल होने की बात बताते हुए उन्होंने कहा, ‘मैंने 161.3 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद डाल कर रिकॉर्ड तोड़ा और सोचता था कि मैं इससे भी तेज गेंद फेंक सकता हूं. दुर्भाग्यवश उसके बाद मेरा शरीर जवाब देने लगा, हैमस्ट्रिंग और फिर कमर में भी दिक्कत होने लगी. मुझे लगा कि मेरी हालत बहुत बुरी होने वाली है, इसलिए टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया था.’