भारत और इंग्लैंड के बीच 2002 नेटवेस्ट सीरीज फाइनल, आज भी क्रिकेट फैंस के मन में एकदम ताजा हैं. युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ की बेहतरीन मैच विजयी पारियां और फिर ऐतिहासिक लॉर्ड्स के मैदान पर ‘दादा’ का टी-शर्ट घुमाना. क्रिकेट फैंस ये दृश्य कभी नहीं भूल सकते. सौरव गांगुली ने इंग्लैंड के कप्तान एंड्रयू फ्लिंटॉफ को अपने ही अंदाज में जवाब दिया था और भारत में हुए अपने अपमान का बदला इंग्लैंड में जाकर लिया था. आइए आपको बता दें पूरी कहानी.
19 साल पहले भारतीय टीम लॉर्ड्स में एक बार फिर से फाइनल में थी. इस बार फाइनल में भारत के सामने मेजबान इंग्लैंड की चुनौती थी. इस मैच से पहले भारतीय टीम लगातार नौ वनडे फाइनल हार चुकी थी. ऐसे में टीम पर दबाव था.जीत के लिए 326 रन का पीछा करते हुए जब 146 रन पर पांच विकेट गिर गए तो लगने लगा कि फाइनल जीतना भारत के बस की बात नहीं. मगर दो युवा बल्लेबाजों ने मिलकर ऐसा चमत्कार किया कि इंग्लैंड को घरेलू जमीन पर ही शिकस्त झेलनी पड़ गई. कप्तान सौरव गांगुली खुशी से इतना झूमे और इतना उछले कि उन्होंने अपनी टी शर्ट उतार दी और लॉर्ड्स की बालकनी में जश्न मनाया.
बता दें कि इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 325 रन बनाए थे. इस लक्ष्य का पिछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरूआत काफी अच्छी रही , वीरेंद्र सहवाग और कप्तान सौरव गांगुली 87 गेंदों में 106 रन की साझेदारी की. पर भारतीय टीम अच्छी शुरूआत का फायदा नहीं उठा पायी और मध्यक्रम इंग्लैंड की गेंदबाजी के आगे ढह गया. भारत के 40 रन के अंदर उसके पांच विकेट गिर गए.
भारत को 26 ओवर में 180 रन की जरूरत थी और उसके पास केवल एक ही बल्लेबाजों की जोड़ी बची थी. बाकी तो पुछल्ले बल्लेबाज थे. युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ दोनों बैटिंग के साथ आए तो किसी को भरोसा नहीं था कि ये भारत को जीत दिलाएंगे. खुद कैफ के घरवालों को भी भरोसा नहीं था. तभी तो सचिन के आउट होने पर उन्होंने टीवी बंद कर दिया और फिल्म देखने चले गए. लेकिन कैफ-युवी की नौजवान जोड़ी उस दिन इतिहास रचने उतरी थी. दोनों खिलाड़ियों ने क्रीज पर खूंटा गाड़ दिया और अंग्रेजों पर जवाबी हमाल बोला और भारत ने उस मैच को अपने नाम किया. युवराज सिंह 69 और मोहम्मद कैफ नाबाद 87 रनों की शानदार पारी खेल कर टीम को जीत दिलायी.
वहीं उस समय टीम के मैनेजर रहे राजीव शुक्ला ने बाद में खुलासा किया था कि सौरव एंड्रयू फ्लिन्टाफ को उनकी भाषा में जवाब देना चाहते थे. बता दें कि इंग्लैंड की टीम जब भारत में सीरीज जीता था तो एंड्रयू फ्लिन्टाफ ने मुंबई में दर्शकों के सामने अपनी जर्सी निकालकर लहरायी थी. गंगुली ने लॉर्ड्स में फ्लिन्टाफ को उन्ही के भाषा में जवाब दिया. असल में गंगुली चाहते थे कि पूरी टीम अपनी जर्सी उतारकर लहराये. लेकिन सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड और वीवीएस लक्ष्मण सभी ने नम्रता से सौरव के आग्रह को ठुकरा दिया था.