Arjuna Ranatunga: वर्ल्ड कप दिलाने वाले पूर्व कप्तान से बोर्ड ने मांगा 2 अरब का हर्जाना, जानें मामला
अर्जुन रणतुंगा पर बोर्ड ने आरोप लगाया है कि क्रिकेटर ने झूठे और अपमानजनक बयान दिया है. एसएलसी ने कहा, राष्ट्रीय खेल परिषद के नये अध्यक्ष अर्जुना रणतुंगा को दो अरब रुपये का लेटर ऑफ डिमांड भेजा गया है.
श्रीलंका के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर और कप्तान अर्जुन रणतुंगा (Arjuna Ranatunga) की मुश्किलें बढ़ गयीं हैं. उनसे श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने 2 अरब रुपये का हर्जाना मांगा है.
क्यों श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने रणतुंगा से 2 अरब रुपये का हर्जाना मांगा, क्या है आरोप
दरअसल श्रीलंका को वर्ल्ड कप दिलाने वाले दिग्गज क्रिकेटर अर्जुन रणतुंगा पर बोर्ड ने आरोप लगाया है कि क्रिकेटर ने झूठे और अपमानजनक बयान दिया है. एसएलसी ने कहा, राष्ट्रीय खेल परिषद के नये अध्यक्ष अर्जुना रणतुंगा को दो अरब रुपये का लेटर ऑफ डिमांड भेजा गया है. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने अपने बयान में कहा, रणतुंगा ने हाल ही में एक साक्षात्कार में झूठे और अपमानजनक बयान दिया था, जिसको लेकर बोर्ड कार्यकारी समिति की आपात बैठक बुलायी गयी थी. जिसमें पूर्व कप्तान पर कानूनी कार्रवाई का फैसला लिया गया. बोर्ड ने कहा, रणतुंगा ने जानबुझकर, दुर्भावनापूर्ण इरादे से बात की, जिससे बोर्ड की छवि को नुकसान पहुंचा है.
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अर्जुन रणतुंगा ने श्रीलंका को दिलाया वर्ल्ड कप, संन्यास के बाद राजनीति में उतरे
अर्जुन रणतुंगा ने श्रीलंका को आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप दिलाया. रणतुंगा ने बेहतरीन पारी खेलते हुए 1996 में श्रीलंका को वर्ल्ड कप दिलाया था. रणतुंगा ने श्रीलंका के लिए 93 टेस्ट और 269 वनडे मैच खेले. जिसमें 4 शतक और 38 अर्धशतक की मदद से टेस्ट में कुल 5105 रन बनाये. जबकि 4 शतक और 49 अर्धशतक की मदद से वनडे में कुल 7456 रन बनाये. 2000 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद रणतुंगा ने 2001 में राजनीति में कदम रखा था. 2015 से 2019 तक रणतुंगा मंत्री भी रहे.
अपनी सख्त टिप्पणी के लिए जाने जाते हैं रणतुंगा
श्रीलंका के दिग्गज क्रिकेटर अर्जुन रणतुंगा अपने सख्त बयानों के लिए जाने जाते हैं. श्रीलंका में आर्थिक संकट को लेकर उन्होंने अपने देश के क्रिकेटरों से आह्वान किया था कि आईपीएल 2022 को छोड़कर एक सप्ताह के लिए विरोध प्रदर्शन में शामिल हों. इसके अलावा उन्होंने श्रीलंका के खराब प्रदर्शन पर कहा था कि अगर वो टीम के कप्तान होते तो खिलाड़ियों को तीन-चार थप्पड़ जड़ देते. दरअसल जब श्रीलंकाई टीम कोरोना काल में इंग्लैंड दौरे पर गयी थी, उस समय कुसल मेंडिस, सलामी बल्लेबाज दनुष्का गुणाथिलाका और विकेटकीपर निरोशन डिकवेला बायो बबल तोड़कर सड़कों पर घुमते हुए देखा गया था. जिसके बाद तीनों खिलाड़ियों पर कार्रवाई करते हुए देश वापस भेज दिया गया था. उसे दौरे में श्रीलंकाई टीम ने एक भी मुकाबला नहीं जीता था.