विराट कोहली को पैटरनिटी लीव देने पर गावस्कर ने लगायी टीम मैनेजमेंट की क्लास, पूछा सवाल- डबल स्टैंडर्ड क्यों?
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ( Sunil Gavaskar) ने भारतीय टीम मैनेजमेंट (team management) के डबल स्टैंडर्ड (double standards) रवैये की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि टीम मैनेजमेंट ने अलग-अलग व्यक्तियों के लिए अलग-अलग कानून बना रखा हैं. मैनेजमेंट ने विराट कोहली (Virat Kohli) को तो पैटरनिटी लीव दिया, लेकिन टीम के नये सदस्य टी नटराजन(T Natarajan) को नहीं.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम मैनेजमेंट के डबल स्टैंडर्ड रवैये की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि टीम मैनेजमेंट ने अलग-अलग व्यक्तियों के लिए अलग-अलग कानून बना रखा हैं. मैनेजमेंट ने विराट कोहली को तो पैटरनिटी लीव दिया, लेकिन टीम के नये सदस्य टी नटराजन को नहीं.
विराट कोहली टीम के आस्ट्रेलिया दौरे को बीच में छोड़कर स्वदेश लौट गये क्योंकि उनके पहले बच्चे का जन्म जनवरी में होना है. टीम मैनेजमेंट ने उनकी छुट्टी मंजूर की, अजिंक्य रहाणे सीरीज के बाकी बचे मैच में भारत का नेतृत्व करेंगे.
लिटिल मास्टर ने टीम मैनेजमेंट से यह सवाल किया है कि अगर कोहली को लीव मिली थी तो टी नटराजन को पैटरनिटी लीव क्यों नहीं मिलनी चाहिए थी? टी नटराजन के बच्चे का जन्म नवंबर में आईपीएल के दौरान हुआ. गावस्कर ने स्पोर्ट्स स्टार पर अपने कॉलम में यह सवाल उठाया है.
टी नटराजन ने आईपीएल में शानदार खेल दिखाया था. आईपीएल की समाप्ति के बाद उन्हें दुबई से सीधे आस्ट्रेलिया ले जाया गया. उन्हें अपने बच्चे को देखने के लिए भी छुट्टी नहीं मिली. उन्हें आस्ट्रेलिया दौरे के लिए बॉलिंग यूनिट में शामिल किया गया था. चूंकि नटराजटन नये थे इसलिए उन्होंने कुछ नहीं कहा, टी-20 में मैचों में उनका डेब्यू बहुत ही बेहतरीन रहा.
लेकिन टेस्ट मैच के दौरान उन्हें रोकने का क्या तुक था जबकि उन्हें टीम का हिस्सा भी नहीं बनाया गया है. उनसे यह कहा गया कि वे नेट बॉलर के तौर पर टीम के साथ रहें और सीरीज की समाप्ति के बाद जनवरी के तीसरे सप्ताह में वापस लौटें. यानी कि नटराजन जनवरी के तीसरे सप्ताह में अपनी बेटी को देख पायेंगे जबकि उसका जन्म नवंबर में ही हुआ है.
गावस्कर ने टीम में आर अश्विन का सही तरीके से उपयोग नहीं करने के लिए भी टीम मैनेजमेंट पर तीखा हमला बोला. गावस्कर ने अपने कॉलम के अंत में लिखा है- अलग व्यक्ति के लिए अलग कानून, अगर विश्वास ना हो तो अश्विन और नटराजन से पूछिए.
Posted By : Rajneesh Anand