सुनील गावस्कर ने की Rahul Dravid को भारत रत्न देने की मांग, टीम को दूसरी बार जिताया T20 वर्ल्ड कप
टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज और महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया के निवर्तमान चीफ कोच राहुल द्रविड़ को भारत रत्न देने की मांग की है. द्रविड़ की कोचिंग में ही टीम इंडिया ने 2024 में टी20 वर्ल्ड कप जीता. कप्तान रोहित शर्मा ने 2011 के बाद वर्ल्ड कप के सूखे को समाप्त किया.
Rahul Dravid: टीम इंडिया ने 2024 में दूसरी बार आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया है. रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने यह कमाल किया है. पिछले साल भी वनडे वर्ल्ड कप में भारत अजेय रूप से फाइनल में पहुंचा था. लेकिन फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों उसे हार का सामना करना पड़ा. राहुल द्रविड़ के चीफ कोच रहते भारत ने आईसीसी के तीन बड़े टूर्नामेंट के फाइनल खेले और एक में ट्रॉफी जीती. द्रविड़ इस ट्रॉफी के साथ टीम के चीफ कोच के पद से विदा हो गए. यह उनका आखिरी असाइनमेंट था. भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने अब द्रविड़ के लिए भारत रत्न की मांग की है. उनका मानना है कि अगर राहुल द्रविड़ को भारत सरकार द्वारा भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है तो यह उचित होगा.
द्रविड़ का क्रिकेट करियर रहा है शानदार
राहुल द्रविड़ ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 24,177 रन बनाए हैं और पूर्व भारतीय कप्तान एनसीए क्रिकेट के प्रमुख भी रहे थे. उन्होंने मुख्य कोच के रूप में 2018 अंडर 19 विश्व कप भी जीता था. गावस्कर ने कहा कि यह उचित होगा यदि भारत सरकार उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करे, क्योंकि वास्तव में वे ऐसे ही रहे हैं. वे देश के महान खिलाड़ी और कप्तान थे. उन्होंने वेस्टइंडीज में श्रृंखला जीती थी, जब वहां जीत का वास्तव में कुछ मतलब था. वे उन तीन भारतीय कप्तानों में से एक थे, जिन्होंने इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला जीती थी. राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
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गावस्कर ने जमकर की द्रविड़ की तारीफ
रविवार को मिड-डे में अपने कॉलम में गावस्कर ने लिखा कि द्रविड़ की उपलब्धियों ने सभी दलों, जाति, धर्म, समुदायों को खुश किया है और पूरे देश को अपार खुशी दी है. निश्चित रूप से, ये भारत रत्न के हकदार हैं. सभी लोग, कृपया मेरे साथ मिलकर सरकार से भारत के सबसे महान सपूतों में से एक को सम्मान देने का अनुरोध करें. गावस्कर ने अपने खेल के दिनों में द्रविड़ के निस्वार्थ रवैये की भी प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि जब वह खेल रहे थे, तब द्रविड़ ने वह सब कुछ किया जो उनसे कहा गया. जब दिन के खेल के अंतिम क्षणों में भारतीय विकेट गिरता था, तो वह बल्लेबाजी करने के लिए निकल पड़ते थे.
द्रविड़ का कोच के रूप में कार्यकाल समाप्त
गावस्कर ने कहा कि उनके लिए नाइट वॉचमैन की भूमिका नहीं थी, फिर भी टीम के लिए वह ऐसा करते थे. जब उनसे विकेटकीपिंग करने के लिए कहा जाता था, तो वह ऐसा करते थे. इससे टीम थिंक टैंक को पिच और विरोधी टीम के अनुसार अतिरिक्त बल्लेबाज या गेंदबाज चुनने में मदद मिलती थी. उन्होंने टीम में एक उन्मुख रवैया डाला है. उनकी शांतचित्तता भी टीम पर असर डालती थी, जैसा कि टी20 वर्ल्ड कप 2024 के कई मैचों में भी देखा गया. द्रविड़ के बाद बीसीसीआई को एक चीफ कोच की तलाश है.