Ashes 2023: इंग्लिश कमेंटेटर्स ने की भारतीय फैंस की आलोचना, सुनील गावस्कर ने लगा दी क्लास
Sunil Gavaskar: सुनील गावस्कर ने एशेज 2023 के दौरान भारतीय फैंस पर टिप्पणी के लिए अंग्रेजी कमेंटेटरों की आलोचना की है. इंग्लिश कमेंटेटर्स का कहना है कि भारतीय फैंस अपने होम टीम को ही सपोर्ट करते हुए नजर आते हैं. इसपर गावस्कर ने कमेंटेटर्स की मानसिकता पर सवाल उठाते करारा जवाब दिया है.
Sunil Gavaskar Slams English Commentators: इंग्लैंड ने रविवार को एशेज 2023 सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 विकेट से जीत हासिल कर वापसी की. हेडिंग्ले मैदान पर खेले गये इस टेस्ट मैच में इंग्लैंड को जीत के लिए 251 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे टीम ने चौथे दिन 50 ओवर में 7 विकेट खोकर चेज कर लिया. इसी बीच पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने इंग्लिश कमेंटेटर्स को जमकर फटकार लगाई है. गावस्कर ने एशेज के दौरान भारतीय फैंस पर टिप्पणी के लिए अंग्रेजी कमेंटेटरों की आलोचना की है.
सुनील गावस्कर ने इंग्लिश कमेंटेटर्स को कही ये बात
दरअसल, इंग्लिश कमेंटेटर्स का कहना है कि, भारतीय फैंस अपने होम टीम को ही सपोर्ट करते हुए नजर आते हैं. लेकिन सुनील गावस्कर ने कमेंटेटर्स की मानसिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसा सिर्फ भारत में हीं नहीं होता है ऐसा हर देशों में होता है. गावस्कर ने अपने मिड डे कॉलम पर लिखा, ‘यह स्वभाविक है कि फैंस अपनी ही टीम का समर्थन करेंगे और विरोधियों का उत्साह नहीं बढ़ाएंगे. लेकिन ऐसा कहना कि यह केवल भारत में होता है यह ठीक नहीं है. यह कोई भारतीय घटना नहीं है बल्कि हर देश में ऐसा होता है जहां घरेलू फैंस तब चुप रहते हैं जब उनके गेंदबाजों के खिलाफ बाउंड्री लगती है या उनके बल्लेबाज आउट हो जाते हैं.’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘मौजूदा एशेज सीरीज में अधिक स्पष्ट कहीं नहीं है. विदेशी कमेंटटेटर जब वे भारत आते हैं तो कहते रहते हैं कि, जब कोई भारतीय बल्लेबाज आउट हो जाता है या जब कोई भारतीय गेंदबाज चौका मारता है. तो मैदान पर भारतीय भीड़ कितनी शांत हो जाती है.’
इंग्लिश मीडिया पर भी भड़के सुनील गावस्कर
इसके अलावा सुनील गावस्कर ने इंग्लिश मीडिया जिस तरह से दूसरे टेस्ट मैच में जॉनी बेयरस्टो के रनआउट को कवर कर रही है, इसकी भी जमकर आलोचना की. सुनील गावस्कर ने कहा, ‘आमतौर पर जबकि क्रिकेट जगत लॉर्ड्स में दूसरे टेस्ट मैच में जॉनी बेयरस्टो की स्टंपिंग के सही और गलत पर चर्चा करने में व्यस्त है.‘इससे बेन स्टोक्स की अद्भूत पारी पीछे छूट गई. यह इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि कितनी छोटी चीजें अक्सर अधिक महत्वपूर्ण घटनाओं पर भारी पड़ जाती है. यह विदेशी मीडिया द्वारा सालों से उपयोग की जाने वाली रणनीति हैं. जहां टीम की बड़ी विफलता को छिपाने के लिए एक छोटी सी घटना को अंजाम दिया जाता है.’