IPL 2021 : सुरेश रैना ने चेन्नई की संस्कृति पर कहा – मैं भी ब्राह्मण हूं, सोशल मीडिया पर हो रही जमकर खिंचाई
Suresh Raina, Brahmin comment टीम इंडिया के पूर्व खब्बू बल्लेबाज और आईपीएल (IPL) में चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के उपकप्तान सुरेश रैना (Suresh Raina) अपने एक बयान को लेकर इस समय सोशल मीडिया पर ट्रोलरों के निशाने पर आ गये हैं.
टीम इंडिया के पूर्व खब्बू बल्लेबाज और आईपीएल (IPL) में चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के उपकप्तान सुरेश रैना (Suresh Raina) अपने एक बयान को लेकर इस समय सोशल मीडिया पर ट्रोलरों के निशाने पर आ गये हैं.
दरअसल रैना तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) के पांचवें सीजन के शुरुआती गेम के दौरान कमेंट्री करते हुए खुद को ब्राह्मण बताया. उसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हो रही है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) के पांचवें सीजन के शुरुआती गेम के दौरान सुरेश रैना को कमेंट्री के लिए आमंत्रित किया गया था. टीएनपीएल सीजन का पहला मैच सोमवार को लाइका कोवई किंग्स और सलेम स्पार्टन्स के बीच खेला जा रहा था. उसी समय एक कमेंटेटर ने रैना से पूछा कि चेन्नई सुपर किंग्स के साथ खेलते हुए दक्षिण भारतीय संस्कृति को खुद में कैसे शामिल कर पाये. क्योंकि उन्हें भी आईपीएल के दौरान वेस्टी पहनें, डांस करते और सीटी बजाते देखा गया.
जवाब में रैना ने हंसते हुए कहा, मैं भी ब्राह्मण हूं. मैं 2004 से चेन्नई के लिए खेल रहा हूं. मुझे वहां की संस्कृति पसंद है. वहां के लोग पसंद हैं. साथी खिलाड़ियों से भी काफी लगावा है. उन्होंने आगे कहा, मैं अनिरुद्ध श्रीकांत, बद्री, बाला भाई के साथ खेला हूं. रैना ने आगे कहा, वो खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें चेन्नई से खेलना का मौका मिला.
रैना के ब्राह्मण वाले बयान पर सोशल मीडिया पर बवाल
इधर रैना ने कमेंट्री के दौरान खुद को ब्राह्मण बताया, उधर सोशल मीडिया पर इसको लेकर बवाल शुरू हो गया. सोशल मीडिया में ट्रोलर रैना को निशाना बनाने लगे. एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, रैना सर आपको वैसा बयान नहीं देना चाहिए था. एक अन्य यूजर ने लिखा, रैना को शर्म आनी चाहिए. ऐसा लगता है, आपने असल चेन्नई को अनुभव नहीं किया, जबकि आप वर्षों से चेन्नई के लिए खेल रहे हैं.
गौरतलब है सुरेश रैना आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के अहम खिलाड़ी हैं. आईपीएल 2020 में रैना की गैरमौजूदगी में चेन्नई का सबसे खराब प्रदर्शन रहा और टीम पहले ही दौर में हारकर टूर्नामेंट से पहली बार बाहर हुआ.