IND vs NZ: सूर्यकुमार यादव का भटका ध्यान, 2 रन बनाकर हुए रनआउट, विराट कोहली नहीं हैं जिम्मेदार
टीम इंडिया ने 20 साल बाद वर्ल्ड कप के मैच में न्यूजीलैंड को हरा दिया है. सूर्यकुमार यादव को इस मुकाबले में खेलने का मौका दिया गया था, लेकिन वह 2 रन पर रनआउट हो गए. उस समय दूसरे छोर पर विराट कोहली थे. लेकिन सूर्या के रन आउट में कोहली की कोई गलती नहीं थी.
आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 में लीग चरण के चार मैचों के बाद सूर्यकुमार यादव को प्लेइंग इलेवन में मौका मिला, लेकिन सूर्यकुमार उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए. वह महज दो रन के निजी स्कोर पर रन आउट हो गए. दूसरी छोर पर विराट कोहली थे. लेकिन सूर्या के रनआउट के लिए विराट को दोष नहीं दिया जा सकता.
34वें ओवर में सूर्यकुमार यादव रन आउट हुए. वह ट्रेंट बोल्ट की गेंद थी. 34वें ओवर की पांचवीं गेंद पर सूर्या ने एक शॉट खेला. कवर की ओर लगाया गया यह शॉट सेंटनर के हाथों में पहुंचा और उन्होंने एक शानदार फिल्डिंग का नजारा पेश किया और सूर्या को रनआउट कर दिया.
विराट कोहली और सूर्या के बीच तालमेल में कुछ दिक्कत हुई और सूर्या ने अपना विकेट कुर्बान कर दिया. हालांकि इसके बाद कोहली को भी काफी अफसोस करते देखा गया, लेकिन इसमें कोहली की कोई गलती नहीं थी. दोनों बल्लेबाज करीब एक ही छोर पर जमा हो गए और फिर सूर्या ने वापस दौड़ लगाई, लेकिन क्रीज तक पहुंच नहीं पाए.
सूर्यकुमार यादव को लीग के यह पांचवें मुकाबले में मौका मिला था. सूर्या इस मौके को भुनाने के लिए पूरी तरह तैयार दिख रहे थे, लेकिन वह कोई बड़ा शॉट नहीं खेल पाए और दो के स्कोर पर रनआउट होकर पवेलियन लौट गए. उम्मीद है कि इंग्लैंड के खिलाफ अगले मुकाबले में हार्दिक पांड्या की वापसी हो जाएगी, ऐसे में दुबारा सूर्या को मौका मिलना मुश्किल है.
अब मैच की बात करते हैं. मोहम्मद शमी के 5 विकेट के बाद विराट कोहली की 95 रनों की पारी के दम पर भारत ने 20 साल बाद वर्ल्ड कप के मैच में न्यूजीलैंड को धूल चटाई है. भारत ने लगातार पांचवीं जीत दर्ज की और सेमीफाइनल में जगह बनाने का दावा मजबूत किया.
इस जीत से भारत ने पांच मैचों में पांच जीत से 10 अंक के साथ शीर्ष पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है. न्यूजीलैंड पांच मैच में चार जीत से आठ अंक के साथ दूसरे स्थान पर है. न्यूजीलैंड के 274 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 48 ओवर में छह विकेट पर 274 रन बनाकर जीत दर्ज की. कप्तान रोहित शर्मा ने भी (46) रन की उम्दा पारी खेली.
कोहली (104 गेंद में 95 रन, आठ चौके, दो छक्के) की श्रेयस अय्यर (33) के साथ तीसरे विकेट की 52 रन, लोकेश राहुल (27) के साथ चौथे विकेट की 54 रन और रवींद्र जडेजा (44 गेंद में नाबाद 39) के साथ छठे विकेट की 78 रन की साझेदारी ने भारत की जीत की पटकथा लिखी.
न्यूजीलैंड की तरफ से लॉकी फर्ग्युसन ने 63 रन देकर दो विकेट चटकाए. मिशेल सेंटनर ने किफायती गेंदबाजी करते हुए 37 रन देकर एक विकेट हासिल किया लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके. मिशेल ने इससे पहले 127 गेंद में पांच छक्कों और नौ चौकों की मदद से 130 रन की पारी खेलने के अलावा रचिन रविंद्र (75 रन, 87 गेंद, छह चौके, एक छक्का) के साथ तीसरे विकेट के लिए 159 रन जोड़े.
इसके बावजूद टीम 50 ओवर में 273 रन पर आउट हो गई. मिशेल और रवींद्र की साझेदारी इस मैदान पर किसी भी विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है. इन दोनों ही बल्लेबाजों को भारतीय क्षेत्ररक्षकों ने जीवनदान भी दिया. भारत के लिए शमी सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 54 रन देकर करियर में तीसरी बार पांच विकेट चटकाए.
बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव महंगे साबित हुए. उन्होंने 73 रन देकर दो विकेट हासिल किए. मोहम्मद सिराज (45 रन पर एक विकेट) और जसप्रीत बुमराह (45 रन पर एक विकेट) ने किफायती गेंदबाजी करते हुए एक-एक विकेट अपने नाम किया. न्यूजीलैंड के बल्लेबाज पूरे टूर्नामेंट के दौरान पहली बार दबाव में दिखे. टीम अंतिम 13 ओवर में भारत की सटीक गेंदबाजी के सामने 68 रन ही बना सकी.
विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ 10 मैच में यह भारत की चौथी जीत है जबकि पांच मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा है. एक मैच बेनतीजा रहा। भारत ने न्यूजीलैंड को विश्व कप में पिछली बार 20 साल पहले 2003 में सेंचुरियन में हराया था.
लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत को रोहित शर्मा (46) और शुभमन गिल (26) की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 71 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई. रोहित शुरू से ही अच्छी लय में दिखे. उन्होंने ट्रेंट बोल्ट पर चौके से खाता खोलने के बाद उनकी और मैट हेनरी की गेंद को दर्शकों के बीच पहुंचाया.
गिल ने सतर्क शुरुआत के बाद बोल्ट और हेनरी पर दो-दो चौके मारे और आठवें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया. रोहित ने हेनरी और सेंटनर पर छक्के मारे लेकिन लॉकी फर्ग्युसन की पहली ही गेंद को विकेटों पर खेल गए. उन्होंने 40 गेंद का सामना करते हुए चार छक्के और इतने ही चौके मारे.