टी20 वर्ल्ड कप 2021 (T20 World Cup 2021 ) की मेजबानी भारत से छिन सकती है या आईसीसी, बीसीसीआई को कुछ दिनों की मोहलत देना. ये सारी बातों पर अभी फैसला होना बाकी है. देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से कम हुए हैं, लेकिन वैज्ञानिकों का ऐसा अनुमान है कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर बहुत जल्द आने वाली है, वैसे में टी20 वर्ल्ड कप भारत में होने को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है.
इधर बीसीसीआई की वर्चुअल बैठक मंगलवार 1 जून को होने वाली है, जिसमें टी20 वर्ल्ड कप को लेकर चर्चा की जाएगी. उसी बैठक में यह भी फैसला लिया जाएगा कि आईसीसी से कुछ दिनों की मोहलत मांगी जाए.
पिछले आमसभा में बीसीसीआई ने फैसला लिया था कि टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन को लेकर आईसीसी से एक महीने का मोहलत मांगा जाएगा. इधर बीसीसीआई अध्यक्ष आईपीएल 2021 के बाकी बचे मैचों को लेकर बैठक के लिए यूएई रवाना होने वाले हैं.
18 जुलाई को टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन पर आखिरी फैसला
इधर खबर है कि आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 के आयोजन को लेकर आखिरी फैसला 18 जुलाई को शुरू होने वाले वार्षिक सम्मेलन के दौरान ले सकता है. बीसीसीआई ने आईपीएल 2021 के बाकी बचे मैचों की मेजबानी यूएई में 15 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच करेगा, लेकिन बीसीसीआई टी20 विश्व कप के आयोजन का मौका भी नहीं गंवाना चाहता है.
अगर बीसीसीआई अक्टूबर-नवंबर में टी20 वर्ल्ड कप मेजबानी करने में सफल रहता है तो देश के 9 जगहों में मैच कराया जाएगा. जिसमें मुंबई में तीन स्थलों को भी शामिल किया जाएगा.
कर छूट की समस्या बीसीसीआई के सामने
टी20 वर्ल्ड कप में बीसीसीआई के सामने कोरोना के अलावा कर छूट भी है. बीसीसीआई अब तक वर्ल्ड कप के आयोजन को लेकर केंद्र सरकार से कर में छूट हासिल नहीं कर पाया है. हालांकि बीसीसीआई सरकार की टॉप अधिकारियों के साथ लगातार बातचीत कर रही है. बीसीसीआई अगर कर छूट हासिल नहीं कर पाता है, तो उसे 900 करोड़ रुपये का घाटा सहना पड़ सकता है.
posted by – arbind kumar mishra