क्विंटन डी कॉक शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ अपने ट्वेंटी-20 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के प्लइंग इलेवन में लौट आए हैं. पिछले मैच में घुटने टेकने से इनकार करने के बाद वे टीम से बाहर हो गये थे. बाद में स्टार खिलाड़ी की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हुई, जिसके बाद उन्होंने टीम में वापस होने का मन बनाया और ब्लैक लाइव्स मेटर को समर्थन करने की भी बात कही.
आज मैच शुरू होने से पहले डिकॉक घुटनों के बल बैठे और नस्लभेद के खिलाफ अभियान का समर्थन किया. स्टार खिलाड़ी ने इससे पहले माफी भी मांगी और वेस्टइंडीज के खिलाफ मंगलवार को होने वाले मैच से पहले क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका द्वारा अनिवार्य किये गये नस्लवाद विरोधी इशारे में अपने साथियों के साथ खड़े होने के लिए सहमत हो गये.
डी कॉक के बाहर होने के बावजूद वेस्टइंडीज को हराने के बाद कप्तान टेम्बा बावुमा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. हेनरिक क्लासेन के वरिष्ठ विकेटकीपर-बल्लेबाज के लिए रास्ता बनाने के साथ डिकॉक प्रोटियाज टीम में एकमात्र बदलाव हैं. कप्तान बावुमा ने टॉस के दौरान कहा कि टीम कुछ दिनों पहले की तुलना में काफी बेहतर महसूस कर रही है. क्विंटन काफी बेहतर स्थिति में हैं.
डिकॉक ने अपनी माफी नामे में कहा कि अगर मैं घुटने टेककर दूसरों को शिक्षित करने में मदद करता हूं, और दूसरों के जीवन को बेहतर बनाता हूं, तो मुझे ऐसा करने में बहुत खुशी होगी. डिकॉक ने कहा कि इससे पहले इस तरह बैठने से इन्कार करने पर उन्हें नस्लवादी कहा गया जिससे उन्हें काफी पीड़ा पहुंची.
बता दें कि आज के मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने 142 रन का स्कोर खड़ा किया. सबसे ज्यादा 72 रन सलामी बल्लेबाज पथुम निसानका ने बनाए. जवाब में उतरी साउथ अफ्रीका की ओर से सलामी बल्लेबाज के रूप में डिकॉक क्रीच पर पहुंचे. लेकिन वे बल्ले से कोई खास कमाल नहीं कर पाए और 12 रन बनाकर आउट हो गये.