T20 World Cup: टी20 वर्ल्ड कप 2022 का आगाज अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में होने वाला है. इस बड़े टूर्नामेंट के लिए सभी टीम स्कवॉड की घोषणा कर दी गई है. वहीं आज ही के दिन भारत ने 2007 में पाकिस्तान को हराकर टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था. महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप का पहला संस्करण जीतकर इतिहास रचा था. 15 साल बाद आज भी भारतीय क्रिकेट फैंस के जेहन में वो श्रीसंत के हाथों मिस्बाह उल हक का कैच याद है.
दरअसल, 24 सितंबर 2007 को टी20 वर्ल्डकप के पहले संस्करण का फाइनल मैच खेला गया था, जिसमें भारत और पाकिस्तान आमने-सामने थी. टीम इंडिया में अधिकतर खिलाड़ी युवा थे और शायद ही किसी ने सोचा था कि भारतीय टीम फाइनल तक पहुंचेगी. लेकिन एमएस धोनी की कप्तानी में पूरे टूर्नामेंट में खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल में प्रवेश किया. वहीं पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मुकाबला काफी रोमांचक था, और लगभग पाकिस्तान के हाथों में जीत आ चुकी थी लेकिन अंतिम पलों में पासा पलट गया और भारत विश्वकप विजेता बन गया.
Also Read: PHOTOS: विदाई के वक्त भावुक हुए महान टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर, नडाल भी नहीं रोक पाए आंसु, देखें तस्वीरें
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट पर 157 रन बनाए थे. इसके बाद 158 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने 19 ओवर तक 9 विकेट के नुकसान पर 145 रन बना लिए थे और उन्हें आखिरी ओवर में 13 रन चाहिए थे. इसी बीच कप्तान धोनी ने आखिरी ओवर जोगिंदर शर्मा को थमा दिया और हर कोई इस फैसले से हैरान था. पहली गेंद जोगिंदर शर्मा ने वाइड फेंकी और दूसरी गेंद पर उन्होंने मिस्बाह को कोई रन नहीं बनाने दिया. तीसरी गेंद पर मिस्बाह उल हक ने छक्का जड़ दिया और पूरा स्टेडियम सन्न रह गया. अब पाकिस्तान को सिर्फ 6 रनों की दरकार थी और वो जीत से महज एक हिट दूर थे लेकिन तीसरी गेंद पर मिस्बाह ने स्कूप शॉट खेलना चाहा और श्रीसंत को कैच थमा बैठे और भारत ने 5 रन से मैच जीतकर वर्ल्ड कप खिताब पर कब्जा कर लिया.
बता दें कि इससे कुछ समय पहले तक फैंस भारतीय खिलाड़ियों से नाराज थे. सचिन, गांगुली, द्रविड़ जैसे दिग्गजों को इस टूर्नामेंट से रेस्ट दिया गया था. इसकी वजह 2007 में ही मार्च महीने में हुए 50 ओवरों के विश्वकप में टीम इंडिया का प्रदर्शन बहुत बुरा रहा था. टीम इंडिया ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी, जिसने देश में सभी क्रिकेट प्रेमियों को गुस्से में ला दिया था. इस टीम की कप्तानी राहुल द्रविड़ कर रहे थे, और इसमें सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी शामिल थे. हालांकि इसमें एमएस धोनी, उथप्पा और कुछ नए प्लेयर्स भी थे.