ICC T-20 World Cup Final: भारत ने दक्षिण अफ्रीका को क्रिकेट के फाइनल मैच में हुए रोचक मुकाबले में 7 रनों से हराकर दूसरी बार टी-20 वर्ल्ड ट्रॉफी अपने नाम की है. बारबाडोस में भारत जीत का झंड़ा गाड़कर विश्व विजेता बना है. यह फाइनल मुकाबला कुछ ऐसा रोचक हो गया कि सबकी सांसें थम गयीं. अंतिम ओवर तक रोमांच जारी रहा और अंत में जीत भारत के नसीब में आयी. अफ्रीकी गेंदबाजों और फिर बल्लेबाजों ने भारतीय टीम को कई पड़ाव पर बांधे रखा लेकिन टीम इंडिया ने फिर ऐसा करिश्मा दिखाया कि अफ्रीकी फिर से चोकर्स ही साबित हुए. खासकर आखिरी ओवरों में कप्तान रोहित शर्मा ने ऐसे फैसले लिए जो निर्णायक क्षण में बेहतर साबित हुए.
अफ्रीकी बल्लेबाजों ने शुरुआती नुकसान के बाद खुद को संभाला
टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अफ्रीका के सामने 177 रनों का लक्ष्य रखा. बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम के शुरुआती दो विकेट महज 12 रनों के अंदर गिर गए. ऐसा लगा कि अफ्रीकी टीम अब ढह जाएगी. लेकिन मिडिल ऑर्डर ने बढ़िया बल्लेबाजी की और कभी स्ट्राइक रोटेट करके तो कभी आक्रमक होकर रनों की रफ्तार तेज कर दी. दक्षिण अफ्रीका ने 16 ओवरों में 4 विकेट पर 151 रन बना लिए थे. अब 24 गेंदों पर महज 26 रनों की ही जरूरत थी. लेकिन भारतीय टीम ने अभी भी हार नहीं मानी थी.
जब गरज रहा था क्लासेन का बल्ला, रोहित ने पांड्या पर किया भरोसा
इस फाइनल मैच में अर्धशतक लगाने वाले अफ्रीकी बल्लेबाज क्लासेन का बल्ला गरज रहा था. अक्षर पटेल को 16वें ओवर में क्लासेन ने दो चौके और दो छक्के जड़ दिए. स्टेडियम में भारतीय दर्शकों के बीच सन्नाटा पसर गया. मानो मैच अब हाथ से निकल चुका हो. लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने तब ऐसा फैसला लिया जो बेहद कारगर साबित हुआ. कप्तान ने अब बचे हुए चार ओवरों के लिए गेंदबाजी का क्रम सेट कर लिया. पहले हार्दिक पांड्या को गेंद थमाया गया. पांड्या ने आते ही क्लासेन को चलता कर दिया. अब दवाब अफ्रीकी बल्लेबाजों के ऊपर आ गया.
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पांड्या के ओवर से पलटने लगी बाजी, रोहित ने लिया एक और बड़ा फैसला
हार्दिक पांड्या ने सधी हुई गेंदबाजी की और 17वें ओवर में महज 4 रन खर्च किए. अब एक-एक रन भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो चुका था. पांड्या के अब दो ओवर बचे थे जबकि बुमराह और अर्शदीप के एक-एक ओवर शेष थे. कप्तान ने तय किया कि वो अब रन बचाएंगे और विकेट के लिए बढ़ेंगे. ताकि अंतिम ओवर में अधिक रनों का दवाब बल्लेबाज के ऊपर रहे. आम तौर पर बुमराह अंतिम ओवर पर लगाए जाते हैं. लेकिन स्थिति देखते हुए कप्तान ने 18वें ओवर में गेंद उन्हें थमा दी. ये बुमराह के स्पेल का आखिरी ओवर था.
बुमराह ने दिखाया जादू, अब अर्शदीप को कप्तान ने लगाया
18वें ओवर में बुमराह ने अपना जादू दिखा ही दिया और कप्तान के भरोसे को कायम रखा. उन्होंने जेनसेन को क्लीन बोल्ड कर दिया. बुमराह ने इस ओवर में महज दो ही रन खर्च किए. दक्षिण अफ्रीका के ऊपर दवाब बढ़ता गया. आखिरी दो ओवरों में अब 20 रन बनाने थे. यहां कप्तान रोहित ने बड़ा फैसला फिर लिया. आखिरी ओवर में गेंदबाजी ना कराकर उन्होंने अर्शदीप को 19वें ओवर में गेंदबाजी के लिए बुला लिया. अर्शदीप ने भी कहर जारी रखा. उन्होंने इस ओवर में केवल 4 रन खर्च किए. अब आखिरी ओवर में अफ्रीका को पूरी ताकत फूंकनी थी. रोहित शर्मा ने हार्दिक पांड्या को आखिरी ओवर करने बुला लिया. T-20 वर्ल्ड कप फाइनल की रोचक सब खबरें यहां पढ़िए…
अंतिम ओवर पांड्या से कराया, पूरी तरह पस्त हो गए अफ्रीकी बल्लेबाज
हार्दिक पांड्या आखिरी ओवर की पहली गेंद करने आए तो सबकी सांसें थम गयी. मिलर बल्लेबाजी कर रहे थे और एक फूल टॉस को उन्होंने छक्के के लिए प्रहार किया. गेंद तो सीमा के बाहर निकल ही गयी थी लेकिन यहां सूर्यकुमार ने बिजली सी फूर्ती दिखाई. गेंद को सीमा के बाहर जाकर हवे में पकड़ा और गेंद को सीमा के अंदर फेंककर फिर बॉउड्री के अंदर खुद आए और मिलर का असंभव सा कैच पकड़कर उन्हें आउट कर दिया. मैच अब अफ्रीका की पकड़ से दूर हो चुका था. लेकिन क्रिकेट में कुछ भी असंभव नहीं. खैर, पांड्या ने सधी हुई गेंदबाजी की और अफ्रीकी बल्लेबाज उलझे ही रह गए. भारत ने मैच 7 रनों से जीतकर टी-20 वर्ल्ड कप 2024 अपने नाम कर लिया. रोहित शर्मा अब कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी के साथ चैंपियन कप्तानों के रूप में याद किए जाएंगे.